Govt Job In Jharkhand : झारखंड में 4 वर्ष बाद स्थायी प्रचार्य की होगी नियुक्ति, राज्य सरकार ने मांगा सभी विवि से प्रस्ताव, जानें कितने पद हैं खाली

वर्तमान में कुल 65 अंगीभूत कॉलेजों में 19 प्राचार्य ही स्थायी हैं, जबकि 46 पद खाली हैं. इन जगहों पर किसी तरह प्रोफेसर इंचार्ज से काम चलाया जा रहा है. यूजीसी नियमनुसार अॉटोनोमस कॉलेज में स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति आवश्यक है, पर रांची विवि अंतर्गत मारवाड़ी कॉलेज में डॉ यूसी मेहता के सेवानिवृत्त होने के बाद से प्रोफेसर इंचार्ज से काम चलाया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 23, 2021 9:11 AM

Principal Vacant In Jharkhand University रांची : राज्य के विश्वविद्यालय के अंतर्गत अंगीभूत कॉलेजों में चार वर्ष बाद फिर स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति की जायेगी. राज्य सरकार (उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग) ने सभी विवि से रोस्टर क्लियर करते हुए शीघ्र ही रिक्तियों का प्रस्ताव मांगा है, ताकि कार्मिक विभाग से स्वीकृति मिलने के बाद झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) के पास नियुक्ति के लिए भेजा जायेगा.

वर्तमान में कुल 65 अंगीभूत कॉलेजों में 19 प्राचार्य ही स्थायी हैं, जबकि 46 पद खाली हैं. इन जगहों पर किसी तरह प्रोफेसर इंचार्ज से काम चलाया जा रहा है. यूजीसी नियमनुसार अॉटोनोमस कॉलेज में स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति आवश्यक है, पर रांची विवि अंतर्गत मारवाड़ी कॉलेज में डॉ यूसी मेहता के सेवानिवृत्त होने के बाद से प्रोफेसर इंचार्ज से काम चलाया जा रहा है.

आरक्षण कोटा के कई पद रह गये थे रिक्त :

नवंबर 2017 में जेपीएससी से कुल 47 पदों पर नियुक्ति के लिए योग्य उम्मीदवार से आवेदन आमंत्रित किये गये थे, लेकिन 25 प्राचार्य की ही नियुक्ति की अनुशंसा हो सकी थी. आरक्षण कोटे के कई पद रिक्त रह गये थे. वर्ष 2017 में नियुक्त एक प्राचार्य डॉ काशीनाथ प्रधान दस्तावेज में त्रुटि रहने के कारण योगदान नहीं कर सके थे, जबकि तीन प्राचार्य ने योगदान के बाद नौकरी छोड़ दी.

इनमें डॉ नैनी सक्सेना, डॉ एके डेल्टा व डॉ चंद्रिका ठाकुर शामिल हैं. दो प्राचार्य सेवानिवृत्त हो गये. इनमें डॉ वीएस तिवारी व डॉ रेणुका ठाकुर शामिल हैं. इस वर्ष जुलाई माह में जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की प्राचार्या डॉ शुक्ला मोहंती भी सेवानिवृत्त हो जायेंगी. जनवरी 2022 में विनोबा भावे विवि से डॉ रेखा रानी सेवानिवृत्त हो जायेंगी.

14 में से 11 कॉलेज प्रोफेसर इंचार्ज के भरोसे :

रांची विवि के कुल 14 अंगीभूत कॉलेज में से तीन कॉलेज में ही स्थायी प्राचार्य हैं, जबकि 11 कॉलेज प्रोफेसर इंचार्ज के भरोसे चल रहे हैं. जो स्थायी प्राचार्य हैं, उनमें रांची वीमेंस कॉलेज में डॉ शमशुन निहार, राम लखन सिंह यादव कॉलेज में डॉ मनोज कुमार और जेएन कॉलेज धुर्वा में डॉ बीपी वर्मा शामिल हैं. इसी प्रकार विभावि में कुल नौ कॉलेज में तीन स्थायी प्राचार्य हैं, जबकि छह पद खाली हैं.

विभावि में संत कोलंबस कॉलेज में प्राचार्य की नियुक्ति संबंधित मैनेजमेंट द्वारा होती है, सिर्फ जेपीएससी से सहमति ली जाती है. कोल्हान विवि में कुल 15 कॉलेज में छह में स्थायी प्राचार्य हैं, जबकि नौ पद खाली हैं. नीलांबर-पीतांबर विवि में चार कॉलेज हैं, जिनमें दो पर प्राचार्य हैं, दो पद खाली है. विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विवि में कुल 10 कॉलेज में दो पर स्थायी प्राचार्य हैं, जबकि आठ कॉलेज प्रोफेसर इंचार्ज के भरोसे हैं. सिदो-कान्हू मुर्मू विवि में कुल 13 अंगीभूत कॉलेज हैं, जिनमें तीन में स्थायी प्राचार्य हैं, जबकि 10 कॉलेज खाली हैं.

प्रोन्नति नहीं मिलने से कई पद रिक्त रह जा रहे

विवि में वर्षों से शिक्षकों को प्रोन्नति नहीं मिलने के कारण उम्मीदवार आवेदन करने से वंचित रह जा रहे हैं. हालांकि जेपीएससी ने प्रोन्नति देने की कार्रवाई शुरू की है. ऐसे में इस बार राज्य के अधिक स्थायी प्राचार्य मिलने की संभावना बढ़ गयी है.

Posted By : Sameer Oraon

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