मेदिनीनगर. डायन-बिसाही के शक में एक महिला ने अपने गोतिया के आठ साल के बेटे की गला दबा कर हत्या कर दी और उसके शव को घर के पास अरहर के खेत में फेंक दिया. घटना पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र बहेरा गांव की है. मृत बच्चा प्रेम कुमार आरोपी के गोतिया अखिलेश सिंह का सबसे छोटा बेटा था. आरोपी महिला सुनीता देवी(पति-जमुना सिंह) रिश्ते में उसकी चाची लगती है. पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं, बच्चे को शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
पिता ने जमुना सिंह की पत्नी पर लगाया अपहरण का आरोप
मृतक के पिता अखिलेश सिंह ने बताया कि उनका सबसे छोटा बेटा रविवार को खेलने निकला, उसके बाद लापता हो गया. उन्होंने बच्चे की गुमशुदगी की सूचना तत्काल चैनपुर पुलिस को दी. साथ ही गांव के जमुना सिंह की पत्नी सुनीता देवी पर अपहरण की आशंका जताते हुए थाने में आवेदन दिया. इसके बाद थाना प्रभारी श्रीराम शर्मा ने छापामारी दल गठित किया और आरोपी महिला को पूछताछ के लिए थाने लाया गया. थाने में सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी महिला ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया.
हत्या के बाद अरहर के खेते में फेंक दिया बच्चे का शव
महिला ने बताया कि कुछ दिन पहले उसके पांच महीने के बेटे की मौत हो गयी थी. उसे यकीन था कि अखिलेश सिंह की मां यानी प्रेम कुमार की दादी ने ही भूत-प्रेत लगा कर उसके बेटे को मार डाला है. उसने अपने बेटे की मौत का बदला लेने के लिए अखिलेश सिंह के बेटे को अगवा कर लिया और उसकी हत्या कर दी. इसके बाद उसने बच्चे के शव को अरहर के खेत में फेंक दिया. आरोपी महिला की निशानदेही पुलिस ने तत्काल बच्चे का शव खेत से बरामद किया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. छापेमारी दल में पुअनि अनिल विद्यार्थी, बाबूलाल दुबे, सअनि रामचंद्र चंद्रवंशी, शहंशाह आलम सिद्दीकी और थाना के रिजर्व गार्ड शामिल थे.
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