Jharkhand News, Gumla News रायडीह : रायडीह प्रखंड के टुडुरमा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है. परंतु यहां डॉक्टर नहीं है. कर्मचारी भी नहीं है. एक नर्स है. जिसके भरोसे केंद्र का संचालन हो रहा है. टुडुरमा में आठ साल पहले लाखों रुपये की लागत से भवन बना था. परंतु इसका उपयोग नहीं हुआ. न ही कभी अस्पताल का ताला खुला. अभी यह भवन जर्जर हो गया है. नया भवन के बगल में वर्षों पुराना एक पुराना भवन है. जिसमें किसी प्रकार अस्पताल चल रहा है.
इस केंद्र का संचालन एएनएम एजरेन एक्का कर रही है. जबकि अस्पताल में दो डॉक्टर को रहना है. जिसमें डॉक्टर प्रियरंजन प्रेम की प्रतिनियुक्ति है. परंतु डॉक्टर साहब टुडुरमा के बजाये रायडीह प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डयूटी कर रहे हैं. कभी वे टुडुरमा नहीं गये हैं. हेल्थ एडवाइजर जीता उरांव व परिवार नियोजन से लीना बारला भी टुडुरमा नहीं जाती और रायडीह में इनसे काम लिया ला रहा है. वहीं फोर्थ ग्रेड वर्कर करुणा देवी गुमला में डयूटी कर रही है.
लोगों ने कई बार टुडुरमा अस्पताल को शुरू कराने की मांग की. परंतु किसी ने नहीं सुनी. जिसका नतीजा है. इस क्षेत्र में लोग इलाज के अभाव में मर रहे हैं. परंतु स्वास्थ्य विभाग टुडुरमा अस्पताल को चालू कराने व डॉक्टर को गांव के अस्पताल में भेजने की पहल नहीं कर रहा है. पंचायत की आबादी 8500 है. पंचायत में टुडूरमा, हेसाग, चेरोटोली, काटु मसगांव, जामटोली, बरटोली, लुरू, सोपो, खटंगा, पहाड़ टुडूरमा व बगल में सिकोई पंचायत है. अगर अस्पताल चालू हो जाये तो इतने गांव के लोगों को स्वास्थ्य व्यवस्था का लाभ मिलेगा.
Posted By : Sameer Oraon