रांची के हरमू को जोड़नेवाली इन दो इलाकों की सड़कें हो सकती है बंद, जानें क्या है इसकी वजह
हरमू कालोनी से विद्यानगर, गंगानगर जानेवाली सड़क झारखंड निर्माण के बाद ही बनी थी. पहले यह कच्ची सड़क थी, फिर विधायक कोटे और अन्य मदों से इसका जीर्णोद्धार हुआ
हरमू से विद्यानगर, गंगानगर को जोड़नेवाली सड़क कभी भी बंद हो सकती है. आवास बोर्ड ने प्लॉटिंग कर उसकी मापी करायी है और जल्द इसे आवंटियों को हैंडओवर कर देने की तैयारी है. पिछले कई दिनों से आवास बोर्ड के कर्मचारी इसकी मापी कर रहे हैं. कुछ जगह पर मार्किंग भी की गयी है. हरमू नदी के पार विद्यानगर, गंगानगर और श्रीनगर मोहल्ला है, जहां करीब तीन लाख से अधिक की आबादी रहती है. इलाके के लोग कहते हैं : यदि प्लाटिंग हो गयी, तो उनके आने-जाने का रास्ता बंद हो जायेगा.
झारखंड गठन के समय ही बनी यह सड़क :
हरमू कालोनी से विद्यानगर, गंगानगर जानेवाली सड़क झारखंड निर्माण के बाद ही बनी थी. पहले यह कच्ची सड़क थी, फिर विधायक कोटे और अन्य मदों से इसका जीर्णोद्धार हुआ. आज यह काफी व्यस्त सड़क है. करम चौक तक स्कूल बसों का भी परिचालन इसी मार्ग से होता है.
आवास बोर्ड के नक्शे में नहीं है यह सड़क :
सोमवार को प्लॉट की नापी करने पहुंचे कर्मचारियों ने प्रभात खबर को बताया : आवास बोर्ड के नक्शे में यह सड़क नहीं है. लिहाजा इसकी प्लॉटिंग का आदेश मिला है और हम लोग इसी की मापी कर रहे हैं. इस प्लॉट को जल्द ही आवंटियों को सौंपने का आदेश है. क्या सड़क बंद हो जायेगी? यह पूछने पर कर्मचारियों ने कहा : यह देखना उनका काम नहीं है. उन्हें जो आदेश मिला है, वह उसका पालन कर रहे हैं.
पुल है, पर रास्ता नहीं बना :
हरमू से विद्यानगर को जोड़ने के लिए सरकार ने एक बड़ा पुल भी बनाया है. इसके लिए आवास बोर्ड ने जमीन भी दी थी, पर पुल के दूसरे छोर पर रैयती जमीन है और उन्होंने अपनी जमीन देने से इनकार कर दिया है. इस वजह से इस पुल से लोगों का आना-जाना बंद है. पुल के पार जिनकी जमीन है, बार-बार उनकी बाउंड्री तोड़ दी जाती है. इससे कुछ बाइक, स्कूटी सवार ही उस मार्ग से आ-जा पा रहे हैं. इस मार्ग को अगर चालू भी कर दिया, तो आगे सिंगल सड़क ही है. बड़ी गाड़ियां आ-जा नहीं सकती.
दो सड़कों से जुड़ा है विद्यानगर-गंगानगर
विद्यानगर अभी दो सड़कों से जुड़ा है. एक सड़क हरमू श्मशान घाट के पास से है, पर वहां हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है. दूसरा रास्ता हरमू होकर है. यह भी काफी व्यस्त सड़क है, पर यहां जाम कम लगता है. लोगों का कहना है यदि हरमू-विद्यानगर-गंगानगर सड़क बंद हो जायेगी, तो उनका रहना मुश्किल हो जायेगा.
अभी मामले की जानकारी मेरे पास नहीं है. इसका डिटेल्स लेकर ही कुछ कह सकता हूं.
अमित कुमार, एमडी, आवास बोर्ड
हमें प्रेस से बात करने की इजाजत नहीं है. बोर्ड से संबंधित संबंधित किसी भी विषय पर कृपया एमडी साहब से ही
बात करें.
नरेंद्र प्रसाद शर्मा, मुख्य अभियंता, आवास बोर्ड