Hartalika Teej 2022: अखंड सौभाग्य के लिए आज महिलाएं रखेंगी तीज का व्रत, जानें पूजा का मुहूर्त

तीज यानी तृतीया तिथि. साल में चार बड़ी तीज आती है. इसमें एक हरितालिका तीज भी शामिल है. यह पर्व सुहागिन महिलाओं के लिए खास मंगलकारी माना गया है. सुहागिन महिलाओं का सौभाग्य बना रहता है. परिवार में सुख-समृद्धि आती है. महिलाएं अखंड सुहाग के लिए उपवास करती हैं,

By Prabhat Khabar News Desk | August 30, 2022 10:17 AM

Ranchi news: तीज यानी तृतीया तिथि. साल में चार बड़ी तीज आती है. इसमें एक हरितालिका तीज भी शामिल है. यह पर्व सुहागिन महिलाओं के लिए खास मंगलकारी माना गया है. सुहागिन महिलाओं का सौभाग्य बना रहता है. परिवार में सुख-समृद्धि आती है. तीज में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. महिलाएं अखंड सुहाग के लिए उपवास करती हैं, वहीं कुंवारी कन्याएं अच्छा वर पाने के लिए तीज का व्रत रखती हैं.

यह है तीज पूजा का मुहूर्त

वाराणसी पंचांग के अनुसार दोपहर 2:32 बजे तक तृतीया तिथि है. उदयाकाल में तृतीया तिथि मिलने के कारण पूरे दिन तृतीया तिथि मान रहेगी. रात 11:53 बजे तक हस्ता नक्षत्र मिल रहा है. साथ ही रात 1:07 बजे तक शुभ योग व सौम्य योगा मिल रहा है. इस कारण आज का महत्व और बढ़ जा रहा है. पंडित कौशल कुमार मिश्र ने कहा कि व्रती कभी भी पूजा-अर्चना कर सकती हैं. तीज व्रत की पूजा-अर्चना के लिए प्रदोष काल का समय सबसे अच्छा माना जाता है. प्रदोष काल शाम छह से 7:15 बजे तक है. वहीं मिथिला पंचांग के अनुसार दोपहर 2:40 बजे तक तृतीया है. इसके बाद चतुर्थी लग रही है, जो बुधवार दोपहर 2:05 बजे तक रहेगी.

चारों तरफ दिख रहा उत्साह

अखंड सौभाग्य के पर्व तीज को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह है. दो वर्ष बाद व्रती सामूहिक रूप से पर्व में हिस्सा लेंगी. तीज की पूर्व संध्या पर बाजारों में भीड़ जुटी. एक ओर शृंगार की दुकानों में भीड़ लगी रही, तो दूसरी ओर शाम तक मेहंदी डिजाइनरों के पास कतार दिखी. अपर बाजार स्थित रंगरेज गली का कोना-कोना मेहंदी की खुशबू से महक रहा था. इसके बाद घर का कामकाज निबटा कर महिलाएं प्रसाद बनाने में जुट गयीं. धीरे-धीरे गुजिया और ठेकुआ की भीनी-भीनी खुशबू फैल गयी.

गुजिया और ठेकुआ का तैयार था हैंपर

तीज बाजार में गुजिया, ठेकुआ और अनरसा की महक फैली रही. गुजिया और ठेकुआ का हैंपर तैयार था. मिथलानी गृह उद्योग की निशा झा ने बताया कि एक सप्ताह पहले ही गुजिया और ठेकुआ तैयार कर लिया गया था. इनकी डिमांड झारखंड और बिहार में भी है.

सुहाग की डलिया के लिए जुटी भीड़

महिलाएं देर शाम तक सुहाग दान सामग्री की डलिया खरीदती नजर आयीं. इसकी कीमत 60 से 120 रुपये के बीच थी़ कई ऐसे भी सेट तैयार किये गये थे, जिसमें मेहंदी, कंगन, लिपस्टिक और मेकअप के भी सामान थे़ इसकी कीमत 120-220 रुपये है.

चुनरी प्रिंट की चूड़ियों की खनक बरकरार

तीज पर बंधेज, लहरिया और घाट चोला की साड़ी की खास डिमांड रही. लाल ब्लाउज के साथ साड़ियों को डिजाइन किया गया था. बाला जी साड़ी केंद्र के संचालक सुनील बजाज ने बताया कि जामनगर का घाट चोला, बनारसी साड़ी, जयपुर का बंधेज और हैदराबाद की पाटन पटोला का कलेक्शन पेश किया गया. वहीं चुनरी प्रिंट की चूड़ियों की ज्यादा बिक्री हुई.

नवविवाहितों की पहली तीज

खेलगांव की रहने वाली खुशबू कुमारी की शादी इसी वर्ष अप्रैल में हुई है. यह उनका पहला तीज व्रत है. इसके लिए मायके आयी हैं. वह कहती हैं कि तीज को लेकर काफी उत्साहित हूं. काफी खरीदारी की है. एक बार फिर दुल्हन की तरह सजने का मौका मिलेगा.

परिवेश बदला, लेकिन विश्वास अडिग

अशोक नगर की रहने वाली उषा प्रसाद का आज 60वां तीज व्रत होगा. उनकी दोनों बहू विदेश में रहती हैं, लेकिन हर तीज में विशेष उपहार भेजती हैं. नयी नवेली दुल्हन की तरह शृंगार करती हैं. मेहंदी रचाती हैं. खास बात है कि दोनों बहू भी तीज करती हैं.

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