रांची: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के पास प्रतिबंधित ग्लॉक पिस्तौल रखने के मामले में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगेंगे. राज्यपाल ने यह आश्वासन निर्दलीय विधायक सरयू राय को दिया है. श्री राय ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात कर बन्ना गुप्ता को बर्खास्त करने का निर्देश मुख्यमंत्री को देने का आग्रह किया.
गृह मंत्रालय का दिखाया पत्र
श्री राय के मुताबिक राज्यपाल ने यह भी आश्वस्त किया है कि वह इस मामले की सूचना केंद्रीय गृह मंत्रालय को देंगे. श्री राय ने राज्यपाल को बताया कि स्वास्थ्य मंत्री के प्रतिबंधित पिस्तौल रखने और अश्लील वीडियो चैटिंग के मामले में जमशेदपुर प्रशासन और राज्य सरकर ढुलमुल नीति अपना रही है. एक मंत्री के गलत कार्यों को संरक्षण दिया जा रहा है. राज्य सरकार कांग्रेस पार्टी के दबाव में काम कर रही है. राजनीतिक दबाव के कारण अभियुक्त के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हो रही है. श्री राय ने राज्यपाल को बताया कि मंत्री द्वारा अवैध हथियार रखने के बारे में 28 अप्रैल को उन्होंने पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त को सूचना दी थी. मंत्री के पास न केवल प्रतिबंधित हथियार है, बल्कि वे इसका प्रदर्शन भी सार्वजनिक स्थानों पर कर रहे हैं. श्री राय ने राज्यपाल को भारत सरकार के गृह मंत्रालय का वह पत्र भी दिखाया, जिसमें साफ कहा गया है कि यदि ग्लॉक पिस्तौल किसी के पास भी हो, तो प्रशासन उसे जब्त कर मालखाना में रख दे. श्री राय ने राज्यपाल से वीडियो चैटिंग के मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की.
भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जमशेदपुर के, पर हैं चुप
सरयू राय ने हजारीबाग में पत्रकारों से कहा कि झारखंड सरकार को कांग्रेस ब्लैकमेल कर रही है. मुख्यमंत्री गंभीर मामलों में भी कांग्रेस के विधायक व मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई करने से डरते हैं. झारखंड में भाजपा मुख्य विपक्षी पार्टी है. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जमशेदपुर में रहते हैं. इतनी बड़ी घटना के बाद उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. मामले में भाजपा को भी संज्ञान लेना चाहिए.