स्वास्थ्य मंत्री बोले- चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति उम्र सीमा बढ़ाने पर हो रहा विचार
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ‘आयुष्मान भारत योजना’ से प्राप्त राशि से रिम्स के चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों को प्रोत्साहन राशि दी जायेगी. इस मद में रिम्स के पास 31 करोड़ पड़े हैं. इनमें से आठ करोड़ रुपये इंसेंटिव के रूप में 31 जनवरी को बांटे जायेंगे.
रांची : झारखंड सरकार चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति उम्र सीमा बढ़ाने पर विचार कर रही है, ताकि राज्य को अनुभवी चिकित्सकों का लाभ मिल सके. अभी झारखंड में सरकारी चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति उम्र 67 वर्ष है. उक्त बातें स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कही. वे बुधवार को रिम्स में 40 बेड के न्यूरो सर्जरी एक्सटेंशन वार्ड का उद्घाटन करने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे. मंत्री ने कहा कि रिम्स की व्यवस्था को निरंतर बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है. इन प्रयासों का सकारात्मक असर भी दिख रहा है.
रिम्स मानव सेवा का केंद्र है. इसे मिलजुलकर बेहतर बनाना है. यह राजनीति का केंद्र नहीं है. मौके पर विधायक समरी लाल, रिम्स निदेशक डॉ राजीव गुप्ता, न्यूरो विभाग के प्रमुख डाॅ सीबी सहाय ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में किये जा रहे प्रयासों पर विस्तार से प्रकाश डाला. मौके पर अधीक्षक हरेंद्र बिरुआ भी मौजूद थे.
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चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों को मिलेगा इंसेंटिव
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ‘आयुष्मान भारत योजना’ से प्राप्त राशि से रिम्स के चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों को प्रोत्साहन राशि दी जायेगी. इस मद में रिम्स के पास 31 करोड़ पड़े हैं. इनमें से आठ करोड़ रुपये इंसेंटिव के रूप में 31 जनवरी को बांटे जायेंगे. इसे लेकर विभागीय स्तर पर प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि अध्ययन में पाया गया है कि केरल और गुजरात जैसे राज्यों के सरकारी अस्पताल में मरीजों का बेहतर तरीके से इलाज व सेवा होती है. इसकी एक वजह यह भी है कि आयुष्मान की राशि से वहां के चिकित्सक और कर्मियों को इंसेंटिव देने का प्रावधान किया गया है. इसलिए झारखंड में भी यह व्यवस्था लागू की जा रही है, ताकि डॉक्टर और कर्मियों का पूरा फोकस अपने कार्य पर हो.