स्वास्थ्य मंत्री ने कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का किया उल्लंघन
स्वास्थ्य मंत्री ने कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का किया उल्लंघन
रांची : स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है. कोरोना जांच के लिए सैंपल देने व सर्दी-बुखार रहने के बावजूद वे कैबिनेट की बैठक में शामिल हुए. मुख्यमंत्री सहित 10 कैबिनेट मंत्रियों के कोरेंटिन होने के मुद्दे पर प्रशासनिक हलके में इस बात की चर्चा हो रही है. हालांकि, मंगलवार रात में स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव ने कैबिनेट की बैठक के बाद आरटीपीआर जांच के लिए नमूना दिये जाने की बात कही थी.
प्रशासनिक हलकों में यह चर्चा है कि मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री ने अपने आवास पर लोगों की कोरोना जांच कराने की इच्छा जतायी. इसके बाद सुबह करीब 11.30 बजे टेस्ट के लिए टीम उनके आवास पर पहुंची. रैपिड एंटीजेन टेस्ट में मंत्री के पीए और सुरक्षा गार्ड पॉजिटिव पाये गये, हालांकि मंत्री की रिपोर्ट निगेटिव आयी.
रैपिड एंटीजेन टेस्ट के वक्त भी मंत्री की तबीयत ठीक नहीं थी. कोविड-19 के दिशा निर्देश के अनुसार, किसी कोरोना के लक्षण वाले व्यक्ति का रैपिड एंटीजेन टेस्ट निगेटिव आने की स्थिति में संबंधित मरीज को ट्रूनेट या आरटीपीसीआर से टेस्ट जरूरी है. दूसरी जांच रिपोर्ट आने तक उक्त व्यक्ति को कोरोना निगेटिव नहीं माना जायेगा.
साथ ही दूसरी रिपोर्ट आने तक व्यक्ति को आइसोलेशन में रहना है. इस प्रावधान के आलोक में जांच टीम ने आरटीपीसीआर के सहारे क्रॉस चेक करने के लिए मंगलवार दोपहर करीब 12.30 बजे स्वास्थ्य मंत्री का दूसरा सैंपल लिया. दूसरी जांच रिपोर्ट आने तक मंत्री ने खुद को आइसोलेशन में नहीं रखा और कैबिनेट की बैठक में शामिल हुए.
Post by : Pritish Sahay