रांची का जोन्हा फॉल प्रकृति की गोद में बसा है. इस फॉल की सुंदरता का लुत्फ उठाने के लिए रांची सहित पूरे झारखंड, बिहार, बंगाल से लोग पहुंचते हैं. खासकर छात्र-छात्राओं का समूह यहां पहुंचता है और प्राकृतिक सौंदर्य का भरपूर आनंद लेता है. राजधानी रांची से जोन्हा फॉल की दूरी करीब 37 किमी है. 140 फीट की ऊंचाई से अठखेलियां करते हुए गिरते पानी की फुहार से तरबतर सैलानी रोमांचित हो जाते हैं.
जोन्हा फॉल में 450 सीढ़ियों से नीचे उतरकर पर्यटक झरने तक पहुंचते हैं. जोन्हा फॅाल में भगवान गौतम बुद्ध का एक प्राचीन मंदिर है. मान्यता है कि भगवान गौतम बुद्ध ने यहां के शांत वातावरण में कुछ समय व्यतीत किए थे. इसलिए इस फॉल को गौतमधारा के नाम से भी जाना जाता है. बिड़ला परिवार द्वारा यहां भगवान बुद्ध के मंदिर की स्थापना की गयी है.
रांची का सीता फॉल भी मनमोहक है. रांची से सीता फॉल की दूरी 44 किमी है. जोन्हा फॉल से यह 4 किमी दूर है. यह फॉल निर्जन व सुनसान जगह पर स्थित है. यहां झरना का पानी 300 फीट की ऊंचाई से गिरता है. यहां स्थित एक प्राचीन मंदिर में माता सीता के पदचिन्ह हैं. दंत कथाओं के अनुसार वनवास के समय माता सीता व लक्ष्मण के साथ प्रभु श्रीराम यहां कुछ दिन रुके थे. माता सीता इसी झरने के पानी से रसोई तैयार करती थीं.
सीता फॉल में पर्यटक 350 सीढ़ियां उतरकर मनमोहक फॉल के मनोरम दृश्यों का आनंद उठाते हैं. प्रशासन की तरफ से यहां सुरक्षा व्यवस्था की जाती है. जंगलों व पहाड़ों से घिरे होने के कारण यह वाटरफॉल अन्य फॉल की अपेक्षा ज्यादा खूबसूरत है.
रांची का हुंडरू फॉल पहाड़ों एवं घने जंगलों के बीच स्वर्णरेखा नदी पर अवस्थित है. यह फॉल बेहद सुंदर व मनमोहक है. यहां रांची-मुरी मार्ग पर अनगड़ा चौक से गेतलसूद होते हुए पहुंचा जा सकता है. एक अन्य मार्ग रांची-हजारीबाग मार्ग पर ओरमांझी चौक से सिकिदीरी होते हुए भी यहां तक पहुंचा जा सकता है. शहर से फॉल की दूरी 44 किमी है. हुंडरू फॉल में झरना का पानी 320 फीट की ऊंचाई से गिरता है, जो पर्यटकों में कौतूहल व रोमांच पैदा करता है.
तस्वीरें : जीतेंद्र कुमार, अनगड़ा, रांची