आर्थिक रूप से कमजोर यानी गरीब लोगों को हेवी व्हीकल (भारी वाहन) चलाने का नि:शुल्क ट्रेनिंग राज्य सरकार देगी. रोजगार व सड़क सुरक्षा की दिशा में सरकार का यह सराहनीय कदम है. इसके लिए वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में 15 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. अब परिवहन विभाग कहां-कहां पर गरीबों को ट्रेनिंग देगी, इस पर जल्द ही विभाग के स्तर पर निर्णय होने की संभावना है. हेवी व्हीकल चलाने का ट्रेनिंग लेने के लिए लाइट मोटर व्हीकल दिया जायेगा.
जिनके पास कोई लाइसेंस नहीं है, उन्हें भी अवसर दिया जायेगा. इसके अलावा वैसे वाहन चालक जो पहले से बिना ट्रेनिंग के हेवी व्हीकल चला रहे हैं, उन्हें भी नियमानुसार प्रशिक्षित कर कुशल चालक बनाया जायेगा. ट्रेनिंग तीन माह तक विभिन्न जिलों में दिया जायेगा. ट्रेनिंग का खर्च सरकार वहन करेगी. लेकिन ट्रेनिंग अवधि तक रहने व खाने-पीने का खर्च प्रशिक्षुओं को खुद वहन करना पड़ेगा. ट्रेनिंग के दौरान वाहन चलाने, उसके कल-पुर्जों की जानकारी देना, रोड सेफ्टी से रूबरू कराया जायेगा.
एक भी सरकारी हेवी या अन्य व्हीकल चलाने का नहीं है ट्रेनिंग सेंटर : राज्य में फिलहाल एक भी हेवी व्हीकल या कोई अन्य वाहन चलाने का ट्रेनिंग सेंटर मौजूद नहीं है. रांची के इटकी प्रखंड में सरकारी मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलने की पहल पिछले दिनों की गयी थी. जिला प्रशासन ने इटकी प्रखंड के तिलकसूति में तीन एकड़ जमीन भी चिह्नित किया था, लेकिन यह योजना अब तक धरातल पर नहीं उतरी है. विभाग के अधिकारी बता रहे हैं कि जल्द ही सरकारी व्हीकल चलाने का ट्रेनिंग सेंटर खोलने पर निर्णय लिया जायेगा.