रांची : एचइसी में कार्यशील पूंजी के अभाव में पिछले छह माह से उत्पादन लगभग ठप है. इसके बावजूद कर्मियों को आठ घंटे कारखाने में बैठ कर ही समय व्यतीत करना पड़ रहा है. इस दौरान कर्मी गेट से बाहर नहीं निकल सकते हैं. प्लांटों में इंडस्ट्रियल एक्ट का उल्लंघन किया जा रहा है. उक्त बातें एचइसी कामगार यूनियन के उपाध्यक्ष लालदेव सिंह ने कही. उन्होंने कहा कि एचइसी के प्लांटों को जेल में तब्दील कर दिया गया है. आर्थिक संकट के कारण कैंटीन बंद है.
कर्मी चाय-नाश्ता करने भी बाहर नहीं जा सकते हैं. प्रबंधन द्वारा उद्योग नीति का उल्लंघन किया जा रहा है. इसको लेकर आये दिन कर्मियों व सीआइएसएफ जवानों के बीच विवाद होता है. उन्होंने कहा कि कंपनी में मानव अधिकारों का भी हनन किया जा रहा है. 18 माह का वेतन बकाया होने से कर्मी त्रस्त हैं, लेकिन मानवाधिकार आयोग मौन है.
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शौचालय की स्थिति खराब
श्री सिंह ने कहा कि शौचालय की स्थिति इतनी खराब है कि कर्मी प्लांट में छुप कर झाड़ियों में जाने को मजबूर हैं. प्लांटों के शौचालय में कहीं पैन टूटा हुआ है, तो कहीं पानी की आपूर्ति ही नहीं है. उन्होंने कारखाना निरीक्षण से तत्काल इस पर संज्ञान लेकर कार्रवाई करने की मांग की.