चोरी की घटना को लेकर HEC प्रबंधन सख्त, अब कर्मचारी नहीं ले जा पाएंगे स्मार्ट फोन, केवल इन लोगों को रहेगी छूट

एचइसीकर्मी प्लांट में नहीं ले जा पायेंगे स्मार्ट फोन. चोरी की बढ़ती घटनाओं और कम होते उत्पादन से कंपनी प्रबंधन चिंतित. प्रस्ताव को लेकर प्रबंधन ने श्रमिक संगठनों के साथ शुरू की वार्ता.

By Prabhat Khabar News Desk | August 27, 2021 11:14 AM
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HEC Latest News, Ranchi News रांची : आये दिन हो रही चोरी की घटनाओं और कम हो रहे उत्पादन को लेकर एचइसी प्रबंधन चिंतित है. ऐसे में प्रबंधन ने चोरी की घटनाएं रोकने और उत्पादन को बढ़ाने के लिए एक प्रस्ताव तैयार किया है. इस प्रस्ताव के लागू हो जाने के बाद एचइसी के तीनों प्लांटों और मुख्यालय में कोई भी कर्मचारी स्मार्ट फोन लेकर प्रवेश नहीं कर पायेगा. प्रस्ताव को लागू करने को लेकर प्रबंधन ने सभी श्रमिक संगठनों के साथ वार्ता भी शुरू कर दी है.

जानकारी के अनुसार, प्लांटों में हो रही चोरियों को लेकर एचइसी प्रबंधन ने सीआइएसएफ के साथ मंथन किया है. इसमें यह बात सामने आयी कि प्लांट के कुछ कर्मी संवेदनशील उपकरणों के पार्ट्स और कच्चे माल की फोटो बाहर निकल रहे हैं. इसी वजह से सुनियोजित तरीके से प्लांटों में चोरी की घटनाएं हो रही हैं. वहीं, मशीन पर कार्य करने के दौरान कर्मचारी भी स्मार्ट फोन पर विभिन्न सोशल साइट पर घंटों समय बिताते हैं, जिसकी वजह से कार्य प्रभावित होता है.

कर्मचारियों को दिया जायेगा एक माह का समय :

एचइसी के अधिकारी ने बताया कि नये प्रस्ताव के लागू होने के बाद स्मार्ट फोन रखने की छूट केवल विभाग के इंचार्ज, प्लांट प्रमुख व निदेशकों को मिलेगी. इसके नीचे के कर्मी बिना कैमरा वाला (साधारण) मोबाइल फोन रख पायेंगे या प्लांट में मौजूद लैंडलाइन से आवश्यक वार्तालाप कर सकते हैं. प्रस्ताव पर मंजूरी मिलने के बाद एचइसी के कर्मियों को एक महीने का समय दिया जायेगा. प्रस्ताव के लागू होने के बाद तीनों प्लांट व गेट पर ही सीआइएसएफ द्वारा चेकिंग की जायेगी. अगर किसी कर्मी के पास स्मार्ट फोन मिलता है, तो उनसे जुर्माना लिया जायेगा या फोन को जब्त कर लिया जायेगा.

10 माह में तीन बड़ी चोरी की घटनाएं हुई है प्लांट में

एचइसी में पिछले 10 माह में तीन बड़ी चोरी की घटना हुई है, लेकिन एक भी घटना का खुलासा नहीं हुआ है. जांच के बाद न तो एक भी कर्मी पर कार्रवाई हुई न ही सीआइएसएफ के जवानों पर. प्लांट के सूत्रों का कहना है कि तीन बड़ी चोरी की घटनाएं बिना कर्मियों व सीआइएसएफ की मिलीभगत के नहीं हो सकती है. 12 दिसंबर 2020 को एफएफपी के प्लांट से 15 लाख की चोरी हुई थी.

इसमें निकिल व अन्य पदार्थ की चोरी के बाबत मामला प्रबंधन ने धुर्वा थाना में दर्ज कराया था. वहीं, एक जून 2021 को एचएमबीपी के शॉप 01 से 42 लाख का पीतल गायब हो गया था. पीतल के विभिन्न उपकरणों का वजन करीब 2605 किलोग्राम था. इस संबंध में भी धुर्वा थाना में एफआइआर दर्ज करायी गयी थी. तीसरी घटना दो अगस्त 2021 को हुई. इस घटना में चोरों ने एफएफपी प्लांट से चार सौ मीटर केबल तार की चोरी कर ली, जिसकी कीमत छह लाख आंकी गयी थी.

Posted By : Sameer Oraon

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