रांची : पूर्व में एचइसी में किसी भी विभाग के कार्य के लिए ग्रुप ऑफ डायरेक्टर (सीओडी) की सहमति जरूरी थी. लेकिन, नये सीएमडी केएस मूर्ति ने इसे समाप्त कर दिया है. इससे एचइसी में कामकाज में तेजी आने की उम्मीद है. ज्ञात हो कि पिछले दिनों सीएमडी जब एचइसी के दौरे पर आये थे, तब श्रमिक संगठनों ने कहा था कि पूर्व के सीएमडी नलिन सिंघल ने सीओडी का गठन किया है. इसके तहत पर्सनल, वित्त व मार्केटिंग के किसी भी कार्य के लिए तीनों निदेशकों की सहमति जरूरी है. एक भी निदेशक के सहमत नहीं होने पर संशोधन कर दोबारा फाइल तीनों निदेशक को भेजी जाती है.
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इस कारण कार्यों में विलंब होता है और निदेशकों के आपसी झगड़े के कारण समय पर फाइल की स्वीकृति नहीं मिलती है. इस कारण त्वरित कार्रवाई नहीं होती थी. इस पर सीएमडी ने कहा कि अब जिस विभाग की फाइल होगी, उस विभाग के निदेशक उनके पास भेजेंगे. वहीं, श्रमिक संगठनों ने कहा कि एचइसी के पास नगर प्रशासन विभाग में काफी संसाधन हैं, जिससे राजस्व की प्राप्ति हो सकती है. इस पर सीएमडी ने कहा कि वह अधिकारियों से बात कर एचइसी को आगे ले जाने का प्रयास करेंगे. एचइसी में काफी संभावनाएं हैं. साथ ही यहां के कर्मियों में भी कार्य करने की क्षमता है.