रांची : एचइसी आर्थिक संकट से गुजर रहा है. इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए कंपनी प्रबंधन कई योजनाओं पर काम कर रहा है. फिलहाल एचइसी प्रबंधन ने अपने तीनों प्लांटों- एचएमबीपी, एफएफपी व एचएमटीपी के खाली पड़े कार्यालयों और सभागार को किराये पर देने का प्रस्ताव तैयार किया है. इससे कंपनी ने सालाना आठ से नौ करोड़ रुपये की आमदनी का अनुमान लगाया है.
एचइसी के अधिकारी बताते हैं कि अपनी योजना को लेकर कंपनी प्रबंधन ने तीनों प्लांटों का सर्वे कराया है. इसमें पता चला है कि मैन पावर की कमी के कारण तीनों प्लांटों के मुख्यालय के 60 से 70 कमरे और तीन सभागार खाली पड़े हुए हैं.
एचइसी इन खाली पड़े कार्यालयों को निजी कंपनियों और सरकारी विभागों को किराये पर देकर अतिरिक्त कमाई कर सकता है. वहीं, तीनों प्लांटों के तीन सभागारों को सेमिनार, वर्कशॉप, सांस्कृतिक आयोजन, बैठक और आमसभा आदि के लिए किराये पर देने की योजना बनायी गयी है.
एचइसी प्रबंधन अतिरिक्त कमाई के लिए आवासीय परिसर में 116 जगहों पर 50-50 फीट के मोबाइल टावर लगाने की अनुमति देगा. इसके लिए कई निजी कंपनियों ने एचइसी प्रबंधन से संपर्क किया था. इस पर प्रबंधन ने मोबाइल टावर लगाने के लिए आवासीय परिसर का सर्वे भी कराया है.
1. एचइसी प्रबंधन ने नॉन रेसिडेंसियल बिल्डिंग के किराये में 15% बढ़ोतरी का निर्णय लिया
2. निविदा खत्म होने के कारण 11 आवास खाली हो चुके हैं, इनके लिए दोबारा निविदा निकाली जायेगी
3. प्लांटों में खाली पड़ी लेथ और कटिंग मशीनों को निजी कंपनियों को किराये पर देने की योजना
4. प्लांटों के खाली पड़े शेड को भी निजी कंपनियों को किराये पर देकर अतिरिक्त कमाई करने की योजना
5. आवासीय परिसर में 116 मोबाइल टावर लगाये जायेंगे, इसके लिए कंपनी प्रबंधन ने सर्वे कराया
Posted By : Sameer Oraon