17 माह से बगैर वेतन काम कर रहे HEC कर्मियों का टूटा सब्र का बांध, निदेशकों को बनाया बंधक
रात साढ़े आठ के करीब दोनों निदेशकों व HEC कर्मियों के बीच वार्ता हुई. कर्मियों ने वेतन भुगतान के लिए समय सीमा तय करने को कहा. इस पर निदेशकों ने कहा कि पैसा आने के बाद ही वेतन मिलेगा.
17 माह के बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर एचइसी कर्मियों ने शुक्रवार को निदेशक उत्पादन शकील कुमार मनोचा व निदेशक विपणन आलोक कुमार सिंघल को लगभग सवा 10 घंटे तक उनके कार्यालय में बंधक बनाये रखा. कर्मियों ने दोनों निदेशकों के कार्यालय के समक्ष सुबह 11.00 बजे पहुंच कर प्रदर्शन शुरू कर दिया था. इस दौरान दोनों निदेशकों को कार्यालय से बाहर नहीं निकलने दिया.
कर्मियों ने वेतन दो काम लो, एचइसी में स्थायी सीएमडी व निदेशक देना होगा, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कंपनी नहीं चलेगी आदि नारे लगाये. प्रदर्शन कर रहे एचइसीकर्मी पी मिश्रा ने कहा कि एचइसी की स्थिति निदेशकों के कारण बदतर होती जा रही है. पिछले दिनों जब अधिकारियों ने आंदोलन किया था, तब निदेशकों ने आश्वासन दिया था कि आंदोलन समाप्त करें, जून में सैलरी देंगे.
दो दिन पहले भी निदेशक उत्पादन से बात हुई. उन्होंने वेतन कब देंगे, इस पर चुप्पी साध ली. उन्होंने कहा कि बिना वेतन के कर्मी कैसे कार्य करेंगे. निदेशकों व सीएमडी को भेल से वेतन मिल रहा है. उन्हें कर्मियों के वेतन भुगतान की चिंता नहीं है. इधर, निदेशक उत्पादन को शाम की फ्लाइट से दिल्ली जाना था. लेकिन, कर्मियों द्वारा बंधक बनाने के कारण उन्हें टिकट रद्द कराना पड़ा.
बेनतीजा रही वार्ता :
रात साढ़े आठ के करीब दोनों निदेशकों व कर्मियों के बीच वार्ता हुई. कर्मियों ने वेतन भुगतान के लिए समय सीमा तय करने को कहा. इस पर निदेशकों ने कहा कि पैसा आने के बाद ही वेतन मिलेगा़ इसके बाद वार्ता बेनतीजा खत्म हुई.