Jharkhand News: HEC का अस्तित्व बचाने में जुटा PMO, बनायी गयी एक्सपर्ट कमेटी, जानें क्या होगा इसका काम
बंदी के कगार पर पहुंचे एचइसी के पुनरुद्धार का मामला अब प्रधानमंत्री कार्यालय देखेगा. इससे एक बार फिर उम्मीद जगी है कि केंद्र सरकार एचइसी को बचाने का आखिरी मौका देगी
रांची : बंद होने के कागार पर पहुंचा एचइसी के अस्तिव को बचाने की दिशा में पीएमओ ने कदम बढा दिया है. अब इसकी स्थिति को खुद पीएमओ देखेगा. इसके लिए उद्योग विभागों की एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया गया है. ये कमेटी एचइसी के पुनरुद्धार के लिए अपनी रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय को देगी.
इसके बाद पीएमओ इस पर विचार करेगा. मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि पिछले चार वर्षों में उत्पादन में गिरावट आयी है और एचइसी को काफी नुकसान हुआ है. एचइसी की देनदारी एक हजार करोड़ रुपये से अधिक हो गयी है. इस मामले को लेकर मंत्रालय गंभीरता से विचार कर रहा है. इस घाटे को कैसे जल्द पाटा जाये, इसके लिए भी पीएमओ कार्यालय द्वारा बनायी गयी कमेटी से रिपोर्ट मांगी गयी है.
मालूम हो कि पूर्व में भारी उद्योग मंत्रालय ने एचइसी के निदेशकों से एचइसी की मशीनों का नवीनीकरण, प्लांटों का जीर्णोद्धार, देनदारी, मैनपावर, एचइसी की खाली पड़ी जमीन के बारे में विस्तार से रिपोर्ट मांगी थी. प्रबंधन ने प्लांटों के जीर्णोद्धार के लिए मेकन से करीब 1250 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर भारी उद्योग मंत्रालय को भेजा था. इधर, एचइसी की वित्तीय स्थिति दिनोंदिन खराब होती जा रही है.
केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री से मिले सांसद संजय सेठ
सांसद संजय सेठ ने गुरुवार को नयी दिल्ली में केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ महेंद्रनाथ पांडेय से मुलाकात की. इस दौरान श्री सेठ ने एचइसी के पुनरुद्धार की दिशा में पहल किये जाने को लेकर उन्हें धन्यवाद दिया. साथ ही सांसद ने एचइसी पर निर्भर परिवारों की बेहतर जीवनशैली को लेकर केंद्रीय मंत्री से बातचीत की. श्री सेठ ने ने कहा कि भारी उद्योग मंत्री ने सारी बातों को गंभीरता से सुना है.
उन्होंने एचइसी के पुनरुद्धार करने, यहां कार्यरत कर्मचारियों की स्थिति को बेहतर बनाने और एचइसी समेत आसपास के क्षेत्रों में रह रहे विस्थापितों, व्यवसायियों व अन्य नागरिकों को बेहतर सुविधा दिये जाने से संबंधित आग्रह किया. एचइसी का पुराना गौरव पुनः लौटाने का आग्रह किया. इस पर भारी उद्योग मंत्री ने सार्थक पहल करने की बात कही.
Posted By: Sameer Oraon