वरीय संवाददाता, रांची. एचइसी में अपने कार्यस्थल और प्लांटों में प्रवेश देने की मांग को लेकर सप्लाई कर्मियों का आंदोलन सोमवार को राखी के दिन भी जारी रहा. हालांकि राखी के कारण कर्मियों की उपस्थिति कम रही. सप्लाई कर्मी मुख्यालय, एफएफपी और एचएमबीपी एडमिन बिल्डिंग के समक्ष छोटे-छोटे ग्रुप में शामिल हुए और किसी भी अधिकारी व कर्मी को अंदर जाने नहीं दिया. भेल से आये निदेशक का आश्वासन सिर्फ धोखा : यूनियन नेता मनोज पाठक ने कहा कि भेल से आये एचइसी के निदेशक महज अपना कार्यकाल पूरा करना चाहते हैं. उन्हें हर माह भेल से वेतन और अन्य सुविधाएं मिल रही हैं. उन्हें एचइसी और कर्मियों से कोई सरोकार नहीं है. यही कारण है कि निदेशक द्वारा 16 अगस्त से सप्लाई कर्मियों को अपने कार्यस्थल पर जाने का दिया गया आश्वासन सिर्फ धोखा साबित हो रहा है. प्रबंधन के पास कोई योजना नहीं है: श्री पाठक ने कहा कि प्रबंधन के पास एचइसी को चलाने की कोई योजना नहीं है. खाली पेट और कच्चे माल के बिना एचइसी नहीं चल सकती है. इसलिए अब जब तक सप्लाई कर्मी अपने कार्यस्थल पर नहीं जायेंगे, तब तक अधिकारी व निदेशकों को भी अपने कार्यस्थल पर जाने नहीं दिया जायेगा. प्रबंधन सप्लाई कर्मियों का बकाया 24 माह का वेतन कब भुगतान करेगा, इसकी तिथि की जानकारी दे. कर्मियों को रंथु लोहरा, राजेश शर्मा, वाई त्रिपाठी, प्रमोद कुमार, शहजादा अंसारी, विकास लाल और अशोक पांडे ने भी संबोधित किया.
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