रांची : एचइसी वेलनेस सेंटर में कर्मियों को मूलभूत सुविधाएं व दवाइयां नहीं मिल रही हैं. इलाज कराने आ रहे कर्मियों का कहना है कि सिर्फ औपचारिक रूप से वेलनेंस सेंटर चल रहा है. कई विभाग पहले ही चिकित्सकों के अभाव में बंद हो गये हैं. इसमें बच्चों का डॉक्टर, कान, नाक व गला का डॉक्टर, महिला रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग के चिकित्सक नहीं हैं. वेलनेंस सेंटर के पास एक एंबुलेंस तक नहीं है. अगर प्लांट में कोई दुर्घटना हो जाती है, तो घायल कर्मी निजी वाहन से आते हैं. वर्तमान में जेनरल फिजिशियन के भरोसे वेलनेस सेंटर चल रहा है. वहीं आर्थिक तंगी के कारण सेंटर में अब दवाई भी मिलनी बंद हो गयी है. स्थिति अब यह हो गयी है कि इमरजेंसी में मरहम-पट्टी भी मरीज के परिजनों से बाहर से मंगा कर कराया जाने लगा है. सेवानिवृत्त कर्मियों को टेटनस, ब्लड प्रेशर, शुगर की दवाइयां नहीं दी जा रही है.
इसको लेकर सेवानिवृत्त कर्मियों व सेंटर के कर्मियों के बीच आये दिन वाद-विवाद होता रहता है. इधर, हटिया मजदूर यूनियन के अध्यक्ष भवन सिंह ने कहा कि कुप्रबंधन के कारण वेलनेस सेंटर अब बदहाल हो गया है. एक ओर प्रबंधन स्थायी कर्मियों के मेडिक्लेम की राशि जमा नहीं कर रहा है. इस कारण उन्हें सितंबर के बाद से मेडिक्लेम की सुविधा नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि अगर प्रबंधन वेलनेस सेंटर की सुविधा में बढ़ोतरी नहीं करता है, तो आने वाले दिनों में सभी निदेशकों का घेराव एचइसी बचाओ संघर्ष मोर्चा द्वारा किया जायेगा और निदेशकों को कार्यालय से बाहर नहीं निकलने दिया जायेगा.
Also Read: HEC रांची के कर्मियों का फूटा गुस्सा, अधिकारियों को बंधक बनाया तो CISF ने किया लाठीचार्ज, धरने पर बैठे कर्मी
एचइसी कर्मियों पर बुधवार को सीआइएसएफ द्वारा लाठी चार्ज किये जाने के विरोध में गुरुवार को कर्मियों ने एचइसी मुख्यालय रोड को जाम कर दिया. इस कारण प्रोजेक्ट भवन व पुलिस लाइन आने-जाने वाले लोगों को दूसरे मार्ग का सहारा लेना पड़ा. वहीं, कर्मियों ने किसी को भी मुख्यालय व प्लांट के अंदर प्रवेश करने नहीं दिया. साथ ही प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की. कर्मियों का प्रदर्शन सुबह 8.00 से शाम 6.00 बजे तक चला. इधर, शाम 4.00 बजे एचइसी श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने निदेशक उत्पादन एसडी सिंह व निदेशक कार्मिक एके बेहरा के साथ वार्ता की. बैठक में श्रमिक संगठनों ने बकाये वेतन का भुगतान कब होगा, इसकी जानकारी मांगी. इस पर दोनों निदेशकों ने कहा कि पैसा की व्यवस्था कर रहे हैं. 16 अक्तूबर को इस बारे में जानकारी दी जायेगी.
वहीं, श्रमिक संगठनों ने प्रबंधन से दुर्गापूजा से पहले वेतन भुगतान की मांग की. वहीं, लाठी चार्ज पर प्रबंधन की ओर से कहा कि इस मामले को वार्ता कर सुलझाया जायेगा. श्रमिक संगठनों की ओर से कहा गया कि आंदोलन जारी रहेगा, लेकिन अधिकारियों को मुख्यालय व प्लांट में जाने से नहीं रोका जायेगा. वार्ता में भवन सिंह, राणा संग्राम सिंह, दिलीप सिंह, लीलाधर सिंह, रामकुमार नायक, कृष्णमोहन सिंह, प्रकाश कुमार, हरेंद्र, विमल महली आदि शामिल थे. इधर, कर्मियों को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि एक तो एचइसी प्रबंधन यहां के कामगारों को पिछले कई महीनों से वेतन नहीं दे रहा है. ऊपर से हक के लिए उठायी गयी आवाज को लाठी के दम पर कुचलने का काम किया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के कारण एचइसी कर्मियों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हुई है.