रांची : 18 माह के बकाया वेतन भुगतान व एचइसी को चलाने के लिए रोड मैप की जानकारी देने समेत अन्य मांगों को लेकर एचइसी कर्मी पिछले पांच दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. इस कारण प्लांटों में उत्पादन ठप है. सोमवार को भी कर्मियों का आंदोलन जारी रहेगा. वहीं, हटिया कामगार यूनियन के उपाध्यक्ष लालदेव सिंह ने कहा कि एचइसी बचाओ मजदूर जनसंघर्ष समिति की बैठक सोमवार को होगी. इसमें चरणबद्ध आंदोलन का कार्यक्रम तय किया जायेगा. उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों से सांसद संजय सेठ एचइसी कर्मियों को सिर्फ आश्वासन ही दे रहे हैं और कह रहे हैं कि यह मोदी की गारंटी है. एचइसी को बंद नहीं होने देंगे. जबकि, एचइसी में पिछले छह माह का कार्यादेश होने के बावजूद उत्पादन ठप पड़ा है. कर्मियों का 18 माह व अधिकारियों का 22 माह का वेतन बकाया हो गया है. कार्यशील पूंजी के अभाव में एचइसी बंद होने के कगार पर है. उन्होंने कहा कि चरणबद्ध आंदोलन के तहत प्रधानमंत्री व सांसद संजय सेठ का पुतला दहन किया जायेगा और भाजपा कार्यालय का घेराव किया जायेगा. वहीं, एचइसी मुख्यालय से लेकर बिरसा चौक तक रैली निकाली जायेगी.
एचइसी बचाओ मजदूर जनसंघर्ष समिति के आंदोलन को एचइसी सुपरवाइजर्स एवं एग्जीक्यूटिव एसोसिएशन समर्थन करेगा. इस लड़ाई में एचइसी में कार्यरत समस्त अधिकारी भी उनके साथ खड़े हैं. यह लड़ाई सभी एचइसी के कर्मचारियों की है. एसोसिएशन के महासचिव ब्रजेश सिंह ने सामाजिक संगठनों, आवासीय परिसर के दुकानदारों व सेवानिवृत्त कर्मियों से सहयोग करने की अपील की है. उन्होंने सभी राजनैतिक संगठनों से आह्वान किया कि एचइसी को बचाने के लिए अपना योगदान दें.
भारतीय जनतंत्र मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र तिवारी ने प्रधानमंत्री को एचइसी को पुनर्जीवित करने एवं कर्मियों के वेतन भुगतान के संबंध में पत्र लिखा है. पत्र की प्रति रक्षा मंत्री, भारी उद्योग मंत्री, वित्त मंत्री, श्रम मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री भारत सरकार तथा मुख्यमंत्री एवं राज्यपाल को भी भेजी गयी है. उन्होंने कहा कि एचइसी का गौरवशाली इतिहास रहा है. कर्मियों को वेतन नहीं मिलने से उत्पादन ठप पड़ा हुआ है. आनेवाले दिनों में कर्मी आमरण अनशन करने का विचार कर रहे हैं. उन्होंने एचइसी को कार्यशील पूंजी के लिए 100 करोड़ अग्रिम राशि की व्यवस्था करने, एचइसी कर्मियों को अविलंब वेतन भुगतान, स्वास्थ्य बीमा लागू करने की मांग की.
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