Ranchi news : बदतर स्थिति में कार्य कर रहे एचइसी कर्मी
- वेतन, कैंटीन, शौचालय की मरम्मत, अस्पताल चलाने, इएसआइ की सुविधा व क्वार्टर की मरम्मत कराने तक का पैसा नहीं
![an image](https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2025/02/file_2025-02-09T16-45-26.jpeg)
रांची. एचइसी की वार्षिक रिपोर्ट ने झूठ की पोल खोलकर रख दी है. पिछले दिनों सीएमडी ने एचइसी को चलाने ही नहीं दौडाने की बात कही थी. उनके कहे हुए लगभग दो माह बीत गये हैं, लेकिन एचइसी की स्थिति और खराब हो गयी है. उक्त बातें हटिया कामगार यूनियन के उपाध्यक्ष लालदेव सिंह ने कही. उन्होंने कहा कि एचइसी के निदेशक कर्मियों व अधिकारियों को पूरे आठ घंटे कारखाने का गेट बंद कर जेल से भी बदतर स्थिति में अंदर रख रहे हैं. प्लांट के अंदर पानी, शौचालय व कैंटीन की समुचित व्यवस्था नहीं है. कार्यशील पूंजी के अभाव में सभी को काम देने में एचइसी असमर्थ साबित हो रहा है. जो मशीन खराब है, उसे बनाने के लिए पैसा नहीं है. वेतन, कैंटीन, शौचालय की मरम्मत, अस्पताल चलाने, इएसआइ की सुविधा लागू कराने, क्वार्टर की मरम्मत कराने का पैसा नहीं है. ऐसे में एचइसी चलेगा ही नहीं, दौड़ने की बात तो दूर है. वार्षिक रिपोर्ट ने एचइसी की पोल खोलकर रख दी कि भेल के प्रबंधन के भरोसे एचइसी को चलाने का प्रयास पिछले लगभग आठ सालों से किया जा रहा है. लेकिन एचइसी की स्थिति दिनोंदिन खराब होती जा रही है. जिसके कारण यहां के कर्मचारी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. जबकि भेल के निदेशकों को एचइसी आना लाभप्रद हो रहा है. उन्हें पदोन्नति देकर एचइसी भेजा जाता है. सभी तरह की सुविधा मुहैया करायी जा रही है. श्री सिंह ने एचइसी को दौड़ाने के लिए खाली क्वार्टरों व खाली जमीन का उपयोग कर पैसा जुटाने की बात कही.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है