झारखंड में शीघ्र ही ‘हेलीकॉप्टर इमरेजेंसी मेडिकल सर्विस (हिम्स)’ शुरू होगी. इसके जरिये किसी हाइवे पर हादस होने पर तत्काल घायलों को हेलीकॉप्टर से अस्पताल पहुंचाया जायेगा. पिछले दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी ऐसी सेवा शुरू करने की बात कही थी. इस मुद्दे को लेकर 25 जुलाई को मध्य प्रदेश के खजुराहो में हेलीकॉप्टर स्मॉल एयरक्राफ्ट समिट-2023 में चर्चा हुई. झारखंड से चीफ पायलट कैप्टन एसपी सिन्हा ने इसमें हिस्सा लिया.
कैप्टन सिन्हा ने बताया कि राज्य सरकार इसे शुरू करना चाहती है, जिसके लिए केंद्र का सहयोग अपेक्षित है. इस पर केंद्रीय नागर विमानन सचिव राजीव बंसल ने सहमति दी. उन्होंने कहा कि झारखंड के साथ पूरे देश में ‘हिम्स’ शुरू की जायेगी. उन्होंने विस्तृत योजना की रूप-रेखा मांगी है.
‘हिम्स’ के लिए राज्य के पांच शहरों- दुमका, जमशेदपुर, हजारीबाग, डालटेनगंज व रांची में स्टेशन बनाये जायेंगे. इसके अलावा बड़े अस्पतालों के पास हेलीपैड भी बनेंगे. इसके बाद कहीं भी हाइवे या अन्य जगहों पर एक्सीडेंट होता है, तो तत्काल हेलीकॉप्टर को वहां भेजा जायेगा.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 28 अप्रैल से राज्य सरकार की एयर एंबुलेंस की सेवा की शुरुआत की. इस सेवा के जरिये इमरजेंसी की स्थिति में मरीज को देश के अन्य अस्पतालों में बेहतर इलाज के लिए ले जाने की सुविधा कम दरों पर मिल रही है. केवल तीन घंटे की सूचना पर ही एयर एंबुलेंस मरीज के लिए उपलब्ध हो जाती है.
एयर एंबुलेंस सेवा 24 घंटे सातों दिन उपलब्ध रहती है. ताकि इमरजेंसी की स्थिति में मरीज को तत्काल अस्पताल तक पहुंचाया जा सके. पूर्व में अस्पतालों से संपर्क करने पर एयर एंबुलेंस दिल्ली या अन्य जगह से आती थी. जिसके कारण छह से सात घंटे लग जाते थे. इनके द्वारा शुल्क भी अधिक लिया जाता था. अब तत्काल सेवा उपलब्ध हो सकेगी वह भी रियायती दर पर. इसका प्रचार-प्रसार आरंभ कर दिया गया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्टेट हैंगर में आकर स्वयं ही इस सेवा की शुरुआत करेंगे.