झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में सोमवार को हेमंत सरकार ने अपनी ताकत दिखायी. सदन में विश्वासमत पेश किया गया, जिसमें सत्ता पक्ष के 48 विधायकों का समर्थन मिला. वहीं, विपक्ष ने इस मुद्दे पर वॉकआउट किया.
विशेष सत्र के दौरान सीएम हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. केंद्र सरकार के हर घर तिरंगा अभियान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सीएम ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए. इससे नाराज बीजेपी के विधायक वेल तक आ गये. इस दौरान काफी हो-हंगामा हुआ. मार्शल भी सतर्क हो गये.
झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान निर्दलीय विधायक सरयू राय ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को भ्रष्ट मंत्री बताया. सरयू राय के बोलने पर सदन में जोरदार हो-हंगामा हुआ. वहीं, मंत्री बन्ना गुप्ता ने सरयू राय के बयान पर आपत्ति जताते हुए इसे सदन की कार्यवाही से हटाने की मांग स्पीकर से किया. साथ ही सरयू राय के खिलाफ अवमानना का मुकदमा दर्ज करने का आग्रह भी किया.
झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने मानसून सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया. इससे पूर्व सोमवार को विशेष सत्र की शुरुआत करते हुए स्पीकर ने सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई विधायकों को सदन में बोलने का मौका दिया. सत्ता पक्ष के जवाब पर विपक्ष का जमकर हो-हंगामा हुआ. स्पीकर बार-बार सदस्यों को शांत रहने की अपील करते रहे.
झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था. हाथों में तख्तियां लिए भाजपा विधायकों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान विभिन्न मुद्दों को लेकर भाजपा विधायकों ने विरोध जताया. वहीं, सदन के अंदर भी विपक्ष का विरोध प्रदर्शन जारी रहा. सीएम हेमंत सोरेन के संबोधन के दौरान जहां विपक्ष वेल के पास पहुंच गया, वहीं विश्वासमत के दौरान सदन से वॉकआउट कर गये.