मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि रांची के तमाड़ में स्थित ऐतिहासिक दिउड़ी मंदिर के विकास के लिए सात करोड़ रुपए की योजना बनी है. बहुत जल्द इस मंदिर के विकास और सौंदर्यीकरण कार्य की आधारशिला रखी जायेगी. जबकि राजधानी के तपोवन मंदिर के विकास पर 14 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हो रहे हैं. हमें अपनी कला-संस्कृति और परंपरा को मजबूत करना है. इसी सोच के साथ धार्मिक स्थलों को विकसित करने के लिए लगातार योजनाएं बना रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने बुधवार को बंशीधरनगर, गढ़वा में दो दिवसीय राजकीय श्री बंशीधरनगर महोत्सव का शुभारंभ किया और लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड को खनिज-संपदा के लिए जाना जाता रहा है, लेकिन अब पर्यटन के रूप में इसे अलग पहचान दिलाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. पर्यटक स्थलों को संरक्षित और विकसित कर रहे हैं. इस कड़ी में धार्मिक स्थलों का सर्किट बनाया जायेगा. सरकार की कोशिश है कि विश्व के टूरिज्म मैप पर झारखंड को भी पहचान दिला सकें. उन्होंने कहा कि इस वर्ष श्री बंशीधर महोत्सव को राजकीय महोत्सव का दर्जा मिला है. आनेवाले वर्षों में इस महोत्सव को और भव्यता देने का काम करेंगे.
सीएम ने कहा कि जनप्रतिनिधि अपनी जिम्मेदारियों को भलीभांति निभायें. सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की विवरणी नाम से एक पुस्तिका निकाली है. इसमें सरकार की तमाम योजनाओं का जिक्र है. यह पुस्तिका सभी जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध कराया जायेगा. आप इस पुस्तिका के माध्यम से सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की पूरी जानकारी लें और जरूरतमंदों को उसी हिसाब से योजनाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित करें.