रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कैबिनेट की बैठक के बाद प्रोजेक्ट भवन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मंईयां सम्मान योजना की राशि एक हजार से बढ़ा कर 2500 रुपये कर दी गयी है. यह राशि दिसंबर से मिलेगी. लाभुकों को सालाना 30 हजार रुपये मिलेंगे. श्री सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार सिर्फ घोषणा नहीं करती. योजनाओं को धरातल पर उतारती है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में सबसे अधिक मंईयां सम्मान योजना की राशि झारखंड में ही दी जा रही है. उन्होंने कहा कि चार सितंबर को रांची में हुए मंईयां सम्मेलन में आपकी अबुआ सरकार ने जो कहा, उसे 40 दिनों में पूरा किया. सीएम हेमंत ने कहा कि विपक्ष को सरकार का कोई काम दिखता नहीं. विपक्ष का ख्याली पुलाव झारखंड में पकनेवाला नहीं है.
देश के दूसरे राज्यों से झारखंड लौटे आदिवासी : हेमंत
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि अंडमान निकोबार, असम सहित अन्य राज्यों में 15 से 20 लाख आदिवासी समुदाय के लोग रहते हैं. समय – समय पर ऐसे आदिवासी समुदाय के प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात कर अपनी समस्याएं रखी है. सभी जानते हैं कि असम में चाय जनजातियों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा नहीं मिला है. एसटी का दर्जा देने का अनुरोध असम के मुख्यमंत्री से किया है. इस कारण जनजातीय मंत्रालय भारत सरकार की योजनाओं का लाभ भी इन्हें नहीं मिल रहा है. इन आदिवासियों को झारखंड वापस आने का न्योता देते हुए सीएम ने कहा कि कैबिनेट ने फैसला लिया है कि एक सर्वदलीय समिति विभिन्न राज्यों में जायेगी. समिति के सदस्य वंचित आदिवासी समुदाय के लोगों से मिलेंगे और उनकी समस्या जानने का प्रयास करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वदलीय समिति की रिपोर्ट के आधार पर आदिवासी समुदाय की समस्याओं और जरूरतों के आधार पर नीति बनायी जायेगी. समिति राज्य के कल्याण मंत्री के नेतृत्व में भेजी जायेगी. समिति आदिवासियों के आवास, आदिवासी का दर्जा, नौकरी की समस्या, राज्य में उनके अधिकार की बात समेत अन्य पहलुओं पर रिपोर्ट देगी.
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हिमंता विश्वा सरमा बोले- जब संसाधन था, तो पहले ही 2500 क्यों नहीं दिये
हेमंत सोरेन सरकार की ओर से मंईयां सम्मान योजना की राशि बढ़ाये जाने पर भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता विश्वा सरमा ने कहा कि हेमंत सरकार कैबिनेट में 2500 रुपये देने की मंजूरी दे देती है, तो क्या होगा. कुछ ही दिन में झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो जायेगी. फिर महिलाओं को पैसा कहां से दे पायेंगे. यह तो लोगों को ठगने जैसा है. अगर हेमंत सरकार के पास संसाधन था और वह 2500 रुपये दे सकती थी, तो 1000 रुपये से मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत क्यों की गयी. महिलाओं को क्यों ठगा.
भाजपा की घोषणा करने के बाद हरकत में आयी सरकार
हिमंता विश्वा सरमा ने कहा कि भाजपा की घोषणा करने के बाद वे हरकत में आये. इसलिए यह सब व्यवस्था ठगनेवाली है. मोदी की गारंटी 100 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में भाजपा ने मां-बहनों को 2100 रुपये महीना देने की घोषणा की थी. पहले कांग्रेस ने 2000 रुपये देने की बात कही थी. भाजपा के 2100 घोषणा करने के बाद कांग्रेस ने उसे बढ़ाकर 6000 देने का ऐलान किया था. हालांकि हरियाणा की जनता ने नरेंद्र मोदी के 2100 पर भरोसा किया.
मिथलेश ठाकुर पर कार्रवाई पर क्या बोले हिमंता विश्वा सरमा
हिमंता विश्वा सरमा ने कहा कि ईडी की छापामारी से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है. ईडी तो अपना काम करती रहती है. मिथलेश ठाकुर को क्षेत्र में आये लोकसभा के चुनाव परिणाम पर भी देखना चाहिए. उन्होंने कहा कि इडी और सीबीआइ कभी महात्मा गांधी के घर में नहीं जाती है. इडी और सीबीआइ किसी के घर में तब जाती है, जब 300 करोड़ रुपये होता है. इन लोगों से पैसा लेकर गरीबों में बांटना क्या गुनाह है. उन्होंने कहा कि मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि राहुल गांधी जल्द झारखंड आये और हमें 5-6 सीट अधिक जीता कर जायें. राहुल गांधी को अब तक आ जाना चाहिए था. उनके नहीं आने से मैं खुद टेंशन में हूं.