Hemant Soren Cabinet : नयी दिल्ली में मंगलवार को सीएम हेमंत सोरेन ने कांग्रेस के आला नेताओं से मुलाकात कर मंत्रिमंडल के स्वरूप पर भी चर्चा की है. कांग्रेस के 16 विधायक चुनाव जीत कर आये हैं. गठबंधन सरकार में कांग्रेस कोटे से कितने और कौन-कौन मंत्री बनेंगे इस पर भी चर्चा हुई है.
निशत का नाम बढ़ा आगे इरफान का कट सकता है पत्ता
पूर्व मंत्री आलमगीर की पत्नी और पाकुड़ से विधायक निशत आलम मंत्री की दौड़ में आगे हैं. ऐसे में जामताड़ा से विधायक डॉ इरफान का पत्ता कट सकता है. कांग्रेस के आला नेताओं की ओर से ऐसे संकेत मिले हैं. वहीं झामुमो का एक खेमा डॉ अंसारी को मंत्री बनाने के पक्ष में नहीं है. डॉ अंसारी के बयानों से समय-समय पर गठबंधन को परेशानी होती रही है. इधर, पिछली सरकार में मंत्रिमंडल में शामिल दीपिका पांडेय और डॉ रामेश्वर उरांव को फिर से मौका देने के लिए कुछ नेता लॉबिंग कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस के युवा चेहरे भी जोर लगा रहे हैं. प्रदीप यादव, अनूप सिंह, राधाकृष्ण किशोर, ममता देवी, नमन विक्सल कोंगाड़ी, राजेश कच्छप, शिल्पी नेहा तिर्की, भूषण बाड़ा जैसे नेता मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं.
विधायकों ने दिल्ली में डाला डेरा
मंत्रिमंडल को लेकर कांग्रेस के विधायक दिल्ली में डटे हैं. कांग्रेस के एक दर्जन विधायक दिल्ली में कैंप कर रहे हैं. विधायक रामेश्वर उरांव, श्वेता सिंह और निशत आलम को छोड़कर सारे नवनिर्वाचित विधायक दिल्ली में आला नेताओं के दरबार में हैं. विधायकों ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात कर अपनी पैरवी की है. वहीं दिल्ली में अपने पहुंचने वाले नेताओं से भी पैरवी करायी जा रही है. कांग्रेस आलाकमान ने पत्ते नहीं खोले हैं.
झामुमो कोटे से एमटी राजा बन सकते हैं मंत्री, लुईस का नाम आगे
झामुमो अल्पसंख्यक कोटे से इस बार हफीजुल की जगह एमटी राजा को मंत्री बना सकता है. पार्टी के संभावित मंत्रियों में कोल्हान से दीपक बिरुवा और रामदास सोरेन, कोयलांचल से मथुरा महतो और सुदीव्य कुमार सोनू मंत्री बन सकते हैं. वहीं संताल से लुईस मरांडी, एमटी राजा या हफीजुल हसन मंत्री बन सकते हैं. पार्टी इस बार मुख्य सचेतक के नाम पर भी विचार कर रही है. हेमलाल या स्टीफन में से किसी एक को उनकी सहमति से मुख्य सचेतक बनाया जा सकता है.