Hemant Soren News Today|रांची के बड़गाईं में दस्तावेजों में हेरफेर करके अवैध तरीके से जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़े मनी लाउंडरिंग केस में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. राज्य के अलग-अलग हिस्से से आए झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के हजारों समर्थक मोरहाबादी मैदान में डटे हैं, तो दूसरी ओर राजभवन के बाहर पुलिस बल अलर्ट है.
रांची में कई जगह लगी है धारा-144
यह दूसरा मौका है, जब झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन से ईडी की टीम सीएमओ में पूछताछ कर रही है. पहली बार 20 जनवरी को करीब साढ़े सात घंटे तक पूछताछ हुई थी. उस दिन भी सीएमओ के पास धारा-144 लगाई गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री आवास के दोनों ओर सैकड़ों झामुमो समर्थक जुटे थे. ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की थी.
सीआरपीएफ जवानों के साथ सीएमओ पहुंचे ईडी अधिकारी
बुधवार (31 जनवरी) को एक बार फिर ईडी की टीम सुरक्षा बलों के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंची. सीएमओ के बाहर अधिकारियों ने ईडी अफसरों के पहचान पत्र की जांच करने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री आवास में दाखिल होने की अनुमति दी. ईडी अफसरों के साथ कई गाड़ियां आईं थीं, जिनमें सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के जवान थे. सीएमओ में दाखिल होने के बाद ईडी के अधिकारियों ने कागजी कार्रवाई पूरी की. इसके बाद बंद कमरे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ शुरू की. पूरी कार्रवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जा रही है.
हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ से झामुमो कार्यकर्ता नाराज
मुख्यमंत्री को बार-बार ईडी की ओर से समन भेजे जाने और उनसे पूछताछ से झामुमो के नेता और कार्यकर्ता नाराज हैं. वे लगातार ईडी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. राजभवन मार्च कर रहे हैं. आज फिर झामुमो कार्यकर्ताओं को राजभवन मार्च करना था. इसलिए ये लोग मोरहाबादी मैदान में जुटे हैं. लेकिन, धारा-144 लागू होने की वजह से अभी वे उस तरफ नहीं बढ़ रहे हैं.
सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखने के लिए तीन पदाधिकारी नियुक्त
मुख्यमंत्री से पूछताछ के दौरान किसी प्रकार की कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए राजधानी में तीन जगहों पर निषेधाज्ञा लगा दी गई. राजभवन, मुख्यमंत्री आवास और हिनू स्थित ईडी कार्यालय के बाहर धारा-144 लग दी गई. सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए तीन विशेष पदाधिकारियों की तैनाती की गई.
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राजभवन के बाहर अलर्ट
दूसरी ओर, मोरहाबादी मैदान में झारखंड के अलग-अलग जिलों से आए झामुमो कार्यकर्ता और समर्थक ढोल-नगाड़े बजा रहे हैं. इनका कहना है कि ये लोग हेमंत सोरेन के प्रति अपना समर्थन जताने के लिए यहां पहुंचे हैं. वहीं, झारखंड में सत्तारूढ़ महागठबंधन के सभी दलों के विधायक भी मुख्यमंत्री आवास आए हैं. झामुमो कार्यकर्ताओं ने राजभवन मार्च करने की बात कही, तो राजभवन के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. पुलिस को अलर्ट रहने के लिए कहा गया.
ईडी ने हेमंत सोरेन को अब तक भेजे 10 समन
हेमंत सोरेन को ईडी ने 10वां समन भेजकर 27 से 31 जनवरी के बीच पूछताछ के लिए समय और जगह बताने को कहा था. लेकिन, हेमंत सोरेन ने ईडी को चिट्ठी भेजकर कहा कि उनके पास समय नहीं है. वहीं, उनकी पार्टी झामुमो ने कहा कि मुख्यमंत्री मार्च तक व्यस्त हैं. उनके पास समय नहीं है.
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29 जनवरी को हेमंत सोरेन के दिल्ली आवास पर रेड
इसी बीच, 29 जनवरी को ईडी के अधिकारियों ने दिल्ली में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सरकारी आवास पर छापेमारी की. हेमंत सोरेन वहां नहीं मिले, तो यह टीम शिबू सोरेन के आवास और झारखंड भवन भी पहुंची. हेमंत सोरेन कहीं नहीं मिले. टीम रात के 10 बजे तक उनके आवास पर डटी रही.
दिल्ली में हेमंत के सरकारी आवास से मिले 36 लाख रुपए
अगले दिन यानी 30 जनवरी को न्यूज एजेंसी एएनआई ने ईडी के हवाले से कहा कि हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास से 36 लाख रुपए बरामद हुए हैं. साथ ही उनके सरकारी आवास से दो कार जब्त किए जाने की खबर भी मीडिया में आई. वहीं, सीएमओ से एक ई-मेल ईडी कार्यालय को भेजा गया कि हेमंत सोरेन 31 जनवरी को दिन में एक बजे पूछताछ के लिए उपलब्ध हैं.
30 जनवरी को सीएम ने की विधायकों के साथ बैठक
बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 30 जनवरी को ही मुख्यमंत्री आवास में विधायकों के साथ बैठक की. इसके साथ ही तमाम उहापोह की स्थिति खत्म हुई. इस सवाल पर भी विराम लग गया कि मुख्यमंत्री कहां हैं? हालांकि, अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि जब ईडी की टीम ने हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर दबिश दी, तो वह कहां थे.
विधायकों की बैठक में पहली बार दिखीं कल्पना सोरेन
बहरहाल, दिन में सीएमओ में हुई विधायकों की बैठक में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी मौजूद थीं. इसके बाद एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई कि कल्पना सोरेन झारखंड की नई मुख्यमंत्री बन सकतीं हैं. लेकिन, शाम में सत्तारूढ़ दलों के विधायकों की बैठक हुई. इसमें सभी दलों के नेताओं ने एक सुर में हेमंत सोरेन में अपनी आस्था जताई. साथ ही इस संभावना को सिरे से खारिज कर दिया कि हेमंत सोरेन इस्तीफा देने वाले हैं और कल्पना सोरेन नई मुख्यमंत्री बनने वाली हैं.
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