झारखंड : सीएम आवास में बेसब्र दिखे विधायक, काटे नहीं कट रहे थे दिन, बाहर गहमागहमी
कुछ विधायक सीएम आवास में टहल रहे थे. क्षेत्र के लोगों से बातचीत कर रहे थे. सीएम आवास के बाहर का दृश्य कुछ और था. झामुमो कार्यकर्ता सड़क पर थे. मीडियाकर्मियों की आपाधापी थी.
रांची : राजधानी रांची के हिनू स्थित इडी कार्यालय से लेकर सीएम आवास तक शनिवार को गहमागहमी थी. ईडी ऑफिस और सीएम आवास पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे. झारखंड के राजनीतिक गलियारे में कौतूहल था. दिन के एक बजे इडी के अधिकारी सीएम आवास पहुंचे. भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ईडी अधिकारी सीएम आवास के अंदर गये. आधा दर्जन ईडी के अधिकारियों का सीएम आवास में प्रवेश और अटकलों-कयास का दौर शुरू हो गया. उधर, पुराने सीएम आवास में सत्ता पक्ष के विधायक जुटे थे. सुबह से विधायकों का आना-जाना लगा रहा. गठबंधन के सारे विधायक देर रात तक सीएम आवास में डटे रहे. ईडी अधिकारियों की पूछताछ के बीच विधायक बेसब्र थे.
खबरों की पड़ताल में लगे थे. बेसब्र विधायकों के लिए दिन काटना मुश्किल हो रहा था. टीवी-मोबाइल देख कर समय गुजार रहे थे. कुछ विधायक सीएम आवास में टहल रहे थे. क्षेत्र के लोगों से बातचीत कर रहे थे. सीएम आवास के बाहर का दृश्य कुछ और था. झामुमो कार्यकर्ता सड़क पर थे. मीडियाकर्मियों की आपाधापी थी. बाहर के दृश्य उतारने के लिए छायाकर की भाग-दौड़ थी. पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी मोर्चा संभाल रहे थे. डीसी, एसपी, सिटी एसपी, आधा दर्जन से अधिक डीएसपी मुख्य सड़क पर नजर रखे हुए थे. अधिकारियों की गश्त जारी थी. देर शाम तक इडी के अधिकारी सीएम आवास में थे. पूछताछ के बीच विधायकों का सब्र टूट रहा था, तो कार्यकर्ताओं को कड़ाके की ठंड सता रही थी.
Also Read: झारखंड: सीएम हेमंत सोरेन ने गोड्डा को 441 करोड़ की दी सौगात, बोले-आठ लाख गरीबों को देंगे अबुआ आवास
इडी कार्यालय के आसपास थी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
रांची. इडी के समन के बाद मुख्यमंत्री का बयान दर्ज कराने को लेकर शनिवार को एयरपोर्ट रोड स्थित इडी कार्यालय के पास सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गयी थी. हिनू चौक से लेकर इडी कार्यालय के बीच महज 200 मीटर के अंदर तीन जगहों पर बैरिकेडिंग की गयी थी. वहीं इडी कार्यालय के बाद एयरपोर्ट जानेवाले मार्ग में दो जगहों पर बैरिकेडिंग की गयी थी. बैरिकेडिंग के पास पुलिस कर्मियों की तैनाती भी थी. इडी कार्यालय के सामने भी बांस व बल्ली से बैरिकेडिंग की गयी थी. वहां सीआइएसएफ, इंडिया रिजर्व बटालियन व जिला पुलिस के जवान भारी संख्या में मौजूद थे. वहीं इडी कार्यालय के पास अग्निशमन वाहन और हटिया डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस के जवान मौजूद थे. सुबह 8.00 बजे से ही मीडिया कर्मियों की भीड़ इडी कार्यालय के पास मौजूद थी. दोपहर 12.40 बजे इडी के अधिकारी सुरक्षाकर्मियों के साथ मुख्यमंत्री आवास के लिए निकले.
भाजपा नेताओं के घर के बाहर थे सुरक्षा के विशेष इंतजाम…
झामुमो के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सुरक्षा के दृष्टिकोण से भाजपा नेताओं के घर के बाहर पुलिस अफसर और जवानों को सुरक्षा में तैनात किया गया था. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सांसद संजय सेठ, राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश, विधायक सीपी सिंह, हटिया विधायक नवीन जायसवाल और भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव के घर के बाहर पुलिस बल की तैनाती थी. भाजपा, आजसू और झामुमो कार्यालय के बाहर भी पुलिस बल तैनात किये गये थे. इसके अलावा सीबीआइ और आइबी सहित अन्य स्थानों पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस बल तैनात किये गये थे.
हेमंत से पूछताछ पर आक्रोशित युवक ने किया आत्मदाह का प्रयास
मुख्यमंत्री से पूछताछ करने के लिए जब इडी के अधिकारी शनिवार को मुख्यमंत्री आवास के लिए अपने कार्यालय से रवाना हुए, तो मुख्यमंत्री के समर्थन में आत्मदाह की चेतावनी देने वाला युवक गढ़वा से रांची के हरमू पहुंच गया. वह हरमू में आत्मदाह की तैयारी करने लगा, लेकिन इससे पहले पुलिस की नजर युवक पर पड़ गयी. सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस के जवानों ने युवक को हिरासत में ले लिया. इसके बाद उसे जांच के लिए अरगोड़ा थाना को सौंप दिया. जांच के बाद अरगोड़ा थाना की पुलिस ने युवक को छोड़ दिया. इसके बाद युवक वहां से निकल गया. बता दें कि युवक ने पहले ही इडी के अधिकारियों को चिट्ठी लिख कर कहा था कि यदि मुख्यमंत्री को किसी ने छुआ, तो वह आत्मदाह कर लेगा.
मुखौटा लगाकर सीएम आवास पहुंचे कार्यकर्ता
रांची. सीएम हेमंत सोरेन के समर्थन में काफी संख्या में कार्यकर्ता मोरहाबादी मैदान में जुटे थे. यहां से सभी वाहन से सीएम आवास के पीछे निगम पार्क पहुंचे. यहां पर वाहन को पार्क कर कार्यकर्ता पैदल ही कांके रोड स्थित सीएम आवास पहुंचे. कार्यकर्ताओं के हाथ में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का मुखौटा था. वह सीएम के समर्थन में मुखौटा लगाकर नारेबाजी कर रहे थे. सूचना भवन चौक के समीप जब इन कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोका, तो वह लोग वहीं पर झंडा व तख्ती लेकर खड़े हो गये.
लड़ के लेली झारखंड, लड़ के लेली गद्दी रे, अब नईं राइज के छोड़ब हम मोदी रे
शाम में ठंड के दौरान भी झामुमो कार्यकर्ता सड़क पर डटे हुए थे. कार्यकर्ता पारंपरिक गीत गाकर अपना मन बहला रहे थे. एक कार्यकर्ता गीत गाकर लोगों को झूमा रहा था. वह गा रहा था लड़ के लेली झारखंड, लड़ के लेली गद्दी रे, अब नईं छोड़ब हम राइज के मोदी रे. अब नहीं झारखंड में छोड़ब हम गद्दी रे. उसके साथ बाकी कार्यकर्ता ताली बजा-बजा कर उत्साह बढ़ा रहे थे.