सीएम हेमंत सोरेन बोले- मुझसे डरा-धमका कर कोई काम नहीं करा सकता, प्यार से बोले तो सिर कटा कर दे देंगे
सीएम से पूछा गया कि जमीन घोटाला केस में इडी के छह समन के बाद भी वे पूछताछ के लिए हाजिर क्यों नहीं हुए? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि क्या इस देश में कानून नाम की चीज नहीं है?
रांची : ‘मैं गुरुजी का पुत्र और झारखंड आंदोलन की उपज हूं. कोई अगर यह समझ रहा है कि मुझे कोई डरा-धमका कर कोई काम करा लेगा, तो वह मुगालते में जी रहा है. मुझसे डरा-धमका कर कोई काम नहीं करा सकता है. हां! कोई प्यार से कहे, तो अपना सिर काट कर रख दूं.’ ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को अपने आवास पर आयोजित संवाद के दौरान कही. दरअसल, अपने सरकार के कार्यकाल के चार वर्ष पूरे होने की पूर्व संध्या श्री सोरेन पत्रकारों से रूबरू हुए थे. उन्होंने उक्त बातें पत्रकारों के उस सवाल के जवाब में कही, जिसमें उनसे पूछा गया था : आप लगातार कह रहे हैं कि जब भी केंद्र से हिस्सा मांगते हैं, तो हमारे पीछे इडी और जांच एजेंसियों को लगा दिया जाता है. तो क्या ‘इंडिया’ का हिस्सा बनने के बाद कहीं केंद्र आपको डरा-धमका कर गठबंधन से दूर रहने का दबाव तो नहीं बना रहा है?
इडी के बारे में पूरा देश जानता है
सीएम से पूछा गया कि जमीन घोटाला केस में इडी के छह समन के बाद भी वे पूछताछ के लिए हाजिर क्यों नहीं हुए? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि क्या इस देश में कानून नाम की चीज नहीं है? आपको क्या लगता है कि मैं बोरिया-बिस्तर समेटकर भाग जाऊंगा? क्या मैं दूसरे देश में बस जाऊंगा? मुख्यमंत्री ने कहा : मैं सही प्लेटफॉर्म पर जवाब दाखिल कर रहा हूं. यदि राजनेताओं पर आरोप लगते हैं, तो क्या संवैधानिक संस्थाओं पर आरोप नहीं लगे? सीएम ने कहा : सच को ज्यादा समय तक नहीं दबाया जा सकता. इडी प्रकरण के बारे में पूरा देश जानता है. मुझे इसकी बहुत ज्यादा चिंता नहीं है.
भारत विश्वगुरु है, तो इवीएम से चुनाव बंद होना चाहिए
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इवीएम पर सवाल उठाया है. सीएम श्री सोरेन ने भी कहा कि यदि भारत विश्वगुरु है, तो इवीएम से चुनाव बंद होना चाहिए. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस दौर में ऐसी तकनीक आ गयी है कि खान बावर्ची ने बनाया है या रोबोट ने, पता ही नहीं चलता, तो नयी तकनीक में कुछ भी हो सकता है. चुनाव आयोग इसे कैसे देख रहा है, मैं नहीं जानता, लेकिन दुनिया के तमाम विकसित देशों ने इवीएम तकनीक को समाप्त कर दिया है.
‘इंडिया’ को पीएम चेहरे की जरूरत नहीं
सीएम ने कहा कि ‘इंडिया’ को पीएम चेहरे की जरूरत नहीं है. चेहरा तो एक कृत्रिम उपज है. असल में चेहरा हम और आप (जनता) बनाते हैं. इसलिए ‘इंडिया’ को लेकर इस तरह का विवाद पैदा नहीं किया जाना चाहिए. यह देश के लिए कोई इश्यू नहीं है. देश के इश्यू क्या है, यह पूरा देश जानता है. हम मुद्दों पर अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं.
जातीय जनगणना जरूर करायेंगे
सीएम ने एक सवाल के जवाब में कहा : हम जातीय जनगणना जरूर करायेंगे. इसको ठोस के रूप देने के लिए कुछ काम हो रहा है. पर सरकार जातीय जनगणना कराने के पक्ष में हैं. जल्द ही इसका स्वरूप सामने आ जायेगा.
अब तक न्यौता नहीं आया, आया तो राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में जरूर जाऊंगा
सीएम ने कहा : हम धर्म और जाति की राजनीति नहीं करते हैं. हम विकास और सबके हित की सोच के साथ काम करते हैं. अब तक राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आमंत्रण मुझे नहीं मिला है. अगर बुलावा आता है, तो जरूर जाऊंगा. हम मंदिर भी जाते हैं और मस्जिद भी, गुरुद्वारा भी जाते हैं ओर चर्च भी. इसलिए राम मंदिर जाने में क्या दिक्कत होगी?
हर जरूरी बिल और विधयेक पर कुंडली मारकर बैठ जाता है राजभवन
सीएम ने कहा : ओबीसी आरक्षण विधेयक हो, मॉब लिंचिंग बिल हो या कोई अन्य विधयेक, सब पर राजभवन कुंडली मार कर बैठ जाता है. यह केवल झारखंड में नहीं, बल्कि देश में जहां भी गैर भाजपा सरकार है, हर जगह हो रहा है. अब तो राज्य सुप्रीम कोर्ट तक जा रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट राजभवन को दिशा-निर्देश जारी कर रहा है. इससे समझा जा सकता है कि क्या हालात हैं.
बोले सीएम
इडी के छह समन पर : क्या इस देश में कानून नाम की चीज नहीं है? क्या लगता है, मैं बोरिया-बिस्तर समेट कर भाग जाऊंगा?
इवीएम से चुनाव पर : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस दौर में तमाम विकसित देशों ने इवीएम से चुनाव कराना बंद कर दिया है
जातीय जनगणना पर : जातीय जनगणना कराने के पक्ष में है हमारी सरकार, बहुत जल्द ही इसका स्वरूप सामने आ जायेगा
लंबित विधेयकों पर : झारखंड ही नहीं, बल्कि कई गैर भाजपा शासित राज्यों में विधेयकों पर कुंडली मार कर बैठा है राजभवन.