झारखंड: हेमंत सोरेन सरकार की चौथी वर्षगांठ को लेकर BJP ने जारी किया आरोप पत्र, बाबूलाल मरांडी ने साधा निशाना
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बीजेपी का काम किसी से छुपा नहीं है. जेएमएम ने क्या काम किया है, यह भी किसी से छुपा नहीं है. यहां की सरकार लगातार ये आरोप लगाती है कि केंद्र सरकार मदद नहीं कर रही है. झारखंड सरकार लोगों तक उन योजनाओं का लाभ ही नहीं पहुंचा पाती है.
रांची: हेमंत सोरेन सरकार के चार साल पूरे होने को लेकर बीजेपी ने गुरुवार को प्रेसवार्ता कर आरोप पत्र जारी किया. 5 सदस्यीय समिति द्वारा तैयार आरोप पत्र जारी किया गया. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि एनडीए ने अब तक 13 साल शासन किया यानी 4764 दिन सरकार में रहा. यूपीए ने 10 साल यानी 3625 दिन तक राज किया है. इसी दौरान यूपीए गठबंधन की सरकार में अधिक बार राष्ट्रपति शासन रहा है. बीजेपी ने जितना भी काम किया है, वह किसी से छुपा नहीं है. जेएमएम ने क्या काम किया है यह भी किसी से छुपा नहीं है. यहां की सरकार लगातार ये आरोप लगाती है कि केंद्र सरकार मदद नहीं कर रही है. आरोप पत्र में साफ लिखा हुआ है कि अगर देश में 9 करोड़ 59 लाख पीएम उज्ज्वला योजना का लाभ मिला है तो झारखंड में 35 लाख 27 हज़ार 135 लोगों को इस योजना का लाभ मिला है. 3 करोड़ लोगों को पीएम आवास का लाभ पूरे देशभर में मिल रहा है तो झारखंड में 15 लाख 84 हज़ार 185 लोगों को इस योजना का लाभ मिला है, लेकिन हमने आरोप पत्र के माध्यम से सब कुछ बयां कर दिया है कि आखिर केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ झारखंड की जनता को कितना मिला है? ये अलग बात है कि झारखंड सरकार लोगों तक उन योजनाओं का लाभ नहीं पहुंचा पाती है. जो अनाज भी रहता है वह जनता को दे नहीं पाती है.
बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर साधा निशाना
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार बनी थी तो वादा किया गया था कि 5 लाख नौकरियां देंगे. नौकरी नहीं दे पाए तो बेरोजगारी भत्ता देंगे, लेकिन न तो नौकरी दे पाए और न ही बेरोजगारी भत्ता दे पाई हेमंत सोरेन सरकार. अगर पूरे देश में कहीं भ्रष्टाचार की चर्चा होती है तो वह झारखंड की होती है. कोयला का अवैध खनन हो रहा है. बालू की अवैध ढुलाई हो रही है. सरकारी अफसर बिना पैसे के कोई काम नहीं करते. इसके पीछे की वजह राज्य के मुखिया ही हैं. ये खुद बेईमान अफसरों को बचाने में लगे हुए हैं. महंगे-महंगे वकील कर कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं. खुद सीएम को ईडी का 6 समन आ चुका है, लेकिन डर के मारे एक बार भी ईडी ऑफिस नहीं जा सके हैं.
Also Read: झारखंड का एक गांव, जिसका नाम सुनते ही नहीं थमेगी हंसी, ग्रामीणों को भी बताने में आती है काफी शर्म
झारखंड में अपराधियों व नक्सलियों का बढ़ा बोलबाला
आरोप पत्र के जरिए हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार का पहला काम कानून व्यवस्था को बनाए रखना है, लेकिन यहां की कानून व्यवस्था ही ध्वस्त है. धनबाद में व्यापारी डर में जी रहे हैं. जहां-तहां लोगों को गोली मार दी जा रही है. पुलिस भी ख़ौफ़ में ही है. रघुवर दास की सरकार में जहां नक्सलवाद खत्म होने को आ गया था, वहीं हेमंत सरकार में फिर से नक्सलियों का बोलबाला है. पलामू में नक्सली फिर से सिर उठा रहे हैं. हेमन्त सरकार में तुष्टिकरण की राजनीति फिर से शुरू हो गई है. यहां मंदिरों को तोड़ा जा रहा है. मूर्तियों को खंडित किया जा रहा है, लेकिन सरकार को इन सबसे कोई फर्क नहीं पड़ता है. झारखंड में कन्वर्जन का बड़ा खेल चलता है. पाकुड़ से एक पहाड़िया लड़के के कन्वर्जन की जानकारी मुझे मिली. घटना के संबंध में पाकुड़ एसपी के पास लिखित भी है, लेकिन अबतक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.