Hemant Govt@3 years: झारखंड की हेमंत सरकार इसी माह अपने कार्यकाल का तीन साल पूरा कर रही है. इसी के तहत सरकार जनता के बीच जाकर सरकारी योजनाओं से जोड़ने और विकास योजनाओं को धरातल पर लाने की कवायद में जुटी है. पिछले तीन साल के कार्यों को लेकर जहां ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत करने की परिकल्पना अब आकार लेने की बात कही जा रही है, वहीं सामुदायिक निवेश (Community Investment) प्राप्त SHG की संख्या में छह गुना की बढ़ोतरी, स्वयं सहायता समूहों को प्राप्त चक्रीय निधि (Revolving Fund) में ढाई गुना एवं सामुदायिक निवेश की राशि में चार गुना की बढ़ोतरी बतायी गयी है.
सखी मंडल की दीदियों को मिला मजबूत आधार
मुख्यमंत्री के निर्देश पर जहां एक ओर ग्रामीणों के अनुरूप योजनाओं का सृजन हो रहा है, वहीं सखी मंडल की महिलाओं की आजीविका समृद्धि के लिए उन्हें मजबूत आधार मिलने लगा है. पिछले तीन साल में सामुदायिक निवेश प्राप्त की स्वयं सहायता समूहों (Self Help Groups-SHG) की संख्या में छह गुना वृद्धि दर्ज की गई है. वर्ष 2012 से 2019 तक की अवधि में ऐसे समूहों की संख्या 31,496 थी, जबकि 2020 दिसंबर माह के बाद से अबतक इसकी संख्या 1,83,451 हो गई.
वर्ष : SHG की संख्या
2019-20 : 304
2020-21 : 80,299
2021-22 : 72,051
2022-23 : 30,797
सामुदायिक निवेश और चक्रीय निधि की राशि में भी वृद्धि
दिसंबर 2019 से लेकर अबतक सिर्फ सामुदायिक निवेश प्राप्त स्वयं सहायता समूहों की संख्या में ही वृद्धि दर्ज नहीं हुई है, बल्कि स्वयं सहायता समूहों को प्राप्त चक्रीय निधि और सामुदायिक निवेश की राशि में भी वृद्धि हुई है. चक्रीय निधि के तहत स्वयं सहायता समूहों को 2012-19 के बीच 12437.1 लाख रुपये निर्गत हुए, वहीं विगत तीन वर्ष में दिसंबर 2019 से अबतक 27,949.9 लाख रुपये प्राप्त हुए. इस तरह करीब ढाई गुना अधिक राशि तीन वर्ष में विभिन्न समूहों को निर्गत किया गया.
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चक्रीय निधि के तहत स्वयं सहायता समूहों के बीच अबतक वितरित राशि
वित्तीय वर्ष : राशि (लाख रुपये में)
2012-2019 : 12437.1
2019-20 : 3560.4
2020-21 : 17684.73
2021-22 : 3542.59
2022-23 : 3162.18
सामुदायिक निवेश की राशि की चार गुना वृद्धि
वर्ष 2012 से 2019 तक 20524.48 लाख रुपये सामुदायिक निवेश के तहत प्रदान किया गया था. वहीं, दिसंबर 2019 से अबतक 86,816.52 लाख रुपये स्वयं सहायता समूहों को दिया गया. इस तरह 2019-20 में 152 लाख, 2020-21 में 36,367.67 लाख, 2021-22 में 34,378.6 लाख एवं 2022-23 में 15,918.25 लाख रुपये सामुदायिक निवेश के तहत स्वयं सहायता समूहों को निर्गत हुआ है.