JMM News: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ चल रहे ऑफिस ऑफ प्रॉफिट मामले (Office of Profit Case) में निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) के फैसले की खबरों के बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने कहा है कि कोई भी निर्णय अंतिम नहीं होता. हम विकल्पों पर विचार करेंगे. झामुमो के मुख्य प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य (Supriyo Bhattacharya) और सांसद विजय हांसदा (Vijay Hansda) ने गुरुवार को पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि राजनीति विकल्पों का ही नाम है. हेमंत सोरेन (Hemant Soren JMM) ही हमारा विकल्प हैं. उन्होंने कहा कि पूरी मजबूती के साथ हेमंत सोरेन (Jharkhand CM Hemant Soren) की सरकार चल रही है. वर्ष 2024 तक बड़े मजे में चलेगी. जनता से हमने जो वादे किये हैं, उसे पूरा भी करेंगे. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने उन्हें राजनीतिक वाचाल करार दिया.
Also Read: Hemant Soren LIVE: संवैधानिक संस्थानों को तो खरीद लोगे, जनसमर्थन कैसे खरीद पाओगे? हेमंत सोरेन का ट्वीट
श्री भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड की राजनीति (Jharkhand Politics) के वाचाल ने बताया कि राज्यपाल (Governor of Jharkhand) के पास चुनाव आयोग का एक सीलबंद लिफाफा आया है. लिफाफा में कंटेंट है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) की सदस्यता रद्द की जाये. इसके बाद सभी राष्ट्रीय मीडिया और लोकल इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया ने इस बात का प्रचार करना शुरू कर दिया कि मुख्यमंत्री की सदस्यता रद्द की गयी.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आज की संपूर्ण पटकथा भारतीय जनता पार्टी (BJP) के द्वारा लिखी गयी. लग रहा था कि चुनाव आयोग का जो फैसला है, वो या तो पंडित दीनदयाल उपाध्याय मार्ग में लिखी गयी या रांची के बिरसा मुंडा राजपथ स्थित उनके कार्यालय से लिखी गयी. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने रांची एयरपोर्ट पर कहा कि चुनाव आयोग की ओर से कोई पत्र आया है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. वह राजभवन पहुंचेंगे, उसके बाद ही इस बारे में कुछ कह पायेंगे.
Also Read: CM हेमंत सोरेन ने विपक्ष से किया सवाल, बोले- संवैधानिक संस्थानों को तो खरीदा, जनसमर्थन कहां से लाओगे
झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा नेताओं को वो बात भी मालूम है, जो राज्यपाल को नहीं मालूम. उन्होंने निर्वाचन आयोग से मांग की कि उनकी (आयोग की) स्वायत्तता के साथ भाजपा ने खिलवाड़ किया है. आयोग को स्वत: संज्ञान लेते हुए ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि सांसद की न केवल सदस्यता रद्द की जानी चाहिए, उन पर आपराधिक मुकदमा दर्ज होना चाहिए.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि किसी सरकारी दस्तावेज को सार्वजनिक करना संविधान की अवमानना है. इसके लिए संबंधित व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज होना चाहिए. उन्होंने कहा कि राजनीतिक तौर पर हम भाजपा से हर प्रकार से, हर वक्त, हर जगह प्रतिद्वंद्विता के लिए तैयार हैं. वर्ष 2019 में हमने उन्हें हराया. 4-4 उपचुनाव में उन्हें मुंह की खानी पड़ी. उन्हें जितना षड्यंत्र करना हो करें.
Also Read: Hemant Soren News: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का BJP पर वार, कहा- सरकारी संस्थाओं का हो रहा घोर दुरुपयोग
उन्होंने कहा कि जिन पुलिसकर्मियों को 20 साल से रघुवर दास और उनकी पूर्ववर्ती भाजपा की सरकारों ने रुलाया था, आज उनके चेहरे पर खुशी आयी है. यह हेमंत सोरेन की देन है. पारा शिक्षकों के चेहरे पर खुशी आयी. बच्चे विदेश जाकर पढ़ रहे हैं. किसान खुशहाल हैं. झारखंड में बेहतर स्वास्थ्य है. महिलाओं का सम्मान और युवाओं को रोजगार भाजपा को रास नहीं आ रहा.
झामुमो सांसद विजय हांसदा ने कहा कि निर्णय जो भी आये, उसके लिए हम तैयार हैं. हमारा संविधान बहुत ही मजबूत नींव के साथ तैयार हुआ है. इस देश के कानून पर हमें पूरा भरोसा है. न्याय मिलेगा, इसका भी हमें पूरा भरोसा है. सरकार गिरने की जो अटकलें लगायी जा रही हैं, उस पर हम स्पष्ट कर दें कि हमारे नेता बहुत ही मजबूती के साथ राज्य की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं. इस राज्य की जनता का हेमंत सोरेन पर विश्वास मजबूत होता जा रहा है.