रांची : राज्यपाल रमेश बैस ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खनिज लीज मामला में केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा राजभवन को भेजे गये मंतव्य पर चुटकी लेते हुए कहा है कि भेजा गया लिफाफा ऐसा जोर से चिपका है, कि खुल ही नहीं रहा है. आड्रे हाउस में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के कार्यक्रम में पत्रकारों द्वारा हेमंत सोरेन व विधायक बसंत सोरेन की सदस्यता को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा दिये गये मंतव्य के लिफाफा का क्या हुआ के सवाल पर राज्यपाल श्री बैस ने चुटकी लेते हुए सिर्फ इतना कहा कि लिफाफा ऐसा जोर से चिपका है, कि खुल ही नहीं रहा है.
यह सुन वहां उपस्थित सभी लोग हंसने लगे. राज्यपाल भी खुद मुस्कुरा कर चल दिये. मालूम हो कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा अॉफिस अॉफ प्रॉफिट के तहत खनिज लीज अावंटन अपने नाम कराने के मामले में भाजपा द्वारा की गयी शिकायत व श्री सोरेन की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग पर राज्यपाल ने चुनाव आयोग से मंतव्य मांगा.
इस पर आयोग ने अपना मंतव्य 23 अगस्त 2022 को ही राजभवन भेज दिया. लगभग एक माह बीत जाने के बाद भी राज्यपाल द्वारा अपना फैसला सार्वजनिक नहीं किया गया है. वहीं खनिज लीज मामले में विधायक बसंत सोरेन के मामले पर भी चुनाव आयोग ने अपना मंतव्य राजभवन भेज दिया है. लेकिन राज्यपाल ने अपना फैसला नहीं सुनाया है. आयोग द्वारा भेजे गये मंतव्य और लिये गये फैसले को सार्वजनिक करने के लिए यूपीए समन्वय समिति के सदस्य अौर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी राज्यपाल से मिले थे.