प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की पूछताछ के बाद शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सीएम आवास के सामने ही सड़क पर कार्यकर्ताओं के हुजूम को संबोधित किया. इडी से लेकर भाजपा तक को ललकारा और कार्यकर्ताओं में जोश भरा. कहा : इडी के पास गये थे. सात-आठ घंटे तक सवाल-जवाब हुआ. हमने उनसे कहा कि जो आरोप लगाये हैं, क्या वह केवल दो साल के हैं, तो उनका कहना है कि हमने दो साल नहीं कहा है, तो हमने कहा दो साल का आरोप नहीं है, तो 10 साल का है, ये भी तो नहीं बोलते हो भाई.
हमने उनसे कहा है कि दूध का दूध और पानी का पानी करो. अगर आप ईमानदारी से काम करोगे, तो सरकार का पूर्ण समर्थन मिलेगा. लेकिन, एकतरफा कार्रवाई होगी, तो हम विरोध की ताकत रखते हैं. हमे जांच एजेंसी से कोई परहेज नहीं है, लेकिन पूरे देश के अंदर सिर्फ गैर भाजपा शासित राज्यों पर ही कार्रवाई हो रही है. इसका जवाब इन एजेंसियों को भी देना होगा. क्यों छत्तीसगढ़, तेलंगना, बिहार, प बंगाल पर ही कार्रवाई हो रही है. क्या भाजपा के लोग दूध के धुले हैं? आपको संवैधानिक पद पर बिठाया गया है, तो उसका पालन करें.
सीएम ने कहा कि हमारे मूलवासी-आदिवासियों को विपक्ष भड़काने का काम कर रहा है, लेकिन मैं उनको बता दूं, उनका षड्यंत्र सवा तीन करोड़ लोगों ने जान लिया है. यही वजह है कि 2019 में डबल इंजन से एक इंजन उखाड़ कर छत्तीसगढ़ भेज दिया. जो बचे-खुचे हैं, उन्हें भी एक-एक कर बाहर फेंक देंगे. आप भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें, नहीं तो कोई गुजरात से, कोई छत्तीसगढ़ से आकर राज करेगा.
भाजपा के लोग दूसरे राज्य से यहां लाते हैं और सांसद बनाकर भेजते हैं. आनेवाले समय में विधानसभा, लोकसभा सभी जगहों पर आदिवासी-मूलवासी को भेजा जायेगा. 20 साल तक ये लोग हमलोगों को बोका बनाकर रखा. पर अब हम बोका नहीं बनेंगे. एक आवाज में भेड़ की तरह, चीटियों की तरह घर-घर से निकलना होगा और षड्यंत्रकारियों को मुंहतोड़ जवाब देना होगा.
सीएम ने कहा कि यह साफ दिख रहा है कि केंद्र सरकार किस प्रकार गैर भाजपाई सरकारों को तंग कर रही है. जब ये लोग चुनाव में नहीं सकते हैं, तो नये-नये हथकंडे अपनाकर चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास करते हैं. पहले इन्होंने शिबू सोरेन को परेशान किया, अब मुझे परेशान किया जा रहा है. शिबू सोरेन को भी जानवर की हड्डी दिखाकर इनलोगों ने अंदर करा दिया था, लेकिन उनका बाल भी बांका नहीं हुआ. उसी तरह ये मेरा भी कुछ नहीं बिगाड़ पायेंगे.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में शुक्रवार दोपहर यूपीए के विधायकों व सांसदों की बैठक हुई. मुख्यमंत्री ने उन्हें इडी के साथ हुई पूछताछ के बाबत जानकारी दी. यूपीए के प्रतिनिधियों ने एक बार फिर हेमंत सोरेन पर भरोसा जताया. कहा कि हम सभी एकजुट हैं. सीएम ने यूपीए के नेताओं का आभार जताया कि वे विपरीत परिस्थितियों में भी एकजुट रहे.
उन्होंने सभी से कहा कि अब अपने-अपने क्षेत्र में अपने कार्यकर्ताओं के साथ लौट जायें. जनहित के मुद्दों पर काम करें. विकास की गति को तेज करें, ताकि भाजपा को मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके. बैठक से बाहर निकले सरफराज अहमद ने कहा कि सब कुछ बेहतर है. सरकार पर कोई खतरा नहीं है.