पूर्व CM हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद ने माना- माइनिंग लीज में मिली थी प्रशासनिक मदद

सोमवार को हुई पूछताछ के दौरान ईडी ने पिंटू से विनोद सिंह के माध्यम से किये गये निवेश से जुड़े सवाल पूछे. वहीं, विनोद सिंह के मोबाइल फोन के व्हाट्सऐप चैट से मिले ब्योरे को लेकर भी पूछताछ की.

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 19, 2024 11:40 AM

रांची : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को अभिषेक प्रसाद श्रीवास्तव उर्फ पिंटू से अवैध खनन और विनोद सिंह के संबंध में पूछताछ की. इस दौरान पिंटू ने साहिबगंज में माइनिंग लीज लेने और इसमें प्रशासनिक स्तर पर मदद मिलने की बात स्वीकार की. साथ ही विनोद सिंह से अपने संबंधों को स्वीकार किया. बता दें कि ईडी ने अवैध खनन की जांच के दौरान इसी साल जनवरी में पिंटू और विनोद सिंह के भी ठिकानों पर छापा मारा था.

सोमवार को हुई पूछताछ के दौरान ईडी ने पिंटू से विनोद सिंह के माध्यम से किये गये निवेश से जुड़े सवाल पूछे. वहीं, विनोद सिंह के मोबाइल फोन के व्हाट्सऐप चैट से मिले ब्योरे को लेकर भी पूछताछ की. पिंटू ने विनोद सिंह के साथ अपने संबंधों को स्वीकार किया, लेकिन उसके माध्यम से किये गये निवेश और तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन से विनोद सिंह के संबंधों को लेकर लगे आरोपों से इनकार किया. इडी ने विनोद, पिंटू और हेमंत सोरेन के बारे में मिली शिकायतों के आधार पर विनोद सिंह को भी छापेमारी के दायरे में शामिल किया था.

ईडी को मिली शिकायतों में पिंटू और हेमंत सोरेन पर विनोद सिंह की कंपनी के जरिये निवेश का आरोप लगाया गया था. ईडी ने इस सिलसिले में प्रारंभिक जांच के बाद छापेमारी की थी. अवैध माइनिंग के सिलसिले में हुई पूछताछ के दौरान पिंटू ने साहिबगंज में माइनिंग लीज लेने की बात स्वीकार की. उन्होंने स्वीकार किया कि लीज के मामले में उन्हें प्रशासनिक स्तर पर मदद मिली थी. पूछताछ के दौरान उन्होंने अवैध खनन मामले में किंगपिन के रूप में चिह्नित पंकज मिश्रा के साथ भी अपने संबंधों को स्वीकार किया.

डीएसपी प्रमोद मिश्रा से आज होगी पूछताछ

ईडी ने डीएसपी प्रमोद मिश्रा को समन भेज कर 19 मार्च को रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया है. उनसे अवैध खनन के सिलसिले में पूछताछ की जायेगी. साहिबगंज में अपने पदस्थापन के दौरान उन्होंने बरहरवा टोल विवाद को लेकर दर्ज प्राथमिकी का सुपरविजन 24 घंटे के अंदर कर पंकज मिश्रा और आलमगीर आलम को निर्दोष करार दिया था. टोल विवाद को लेकर दर्ज प्राथमिकी के जांच अधिकारी पूछताछ के दौरान इडी के समक्ष यह स्वीकार कर चुके हैं कि जांच निष्पक्ष तरीके से नहीं हुई. प्रमोद मिश्रा से इससे पहले भी पूछताछ हो चुकी है. उन पर पंकज मिश्रा से न्यायिक हिरासत की अवधि में गलत तरीके से मिलने का भी आरोप है.

अवैध खनन मामले की जांच के लिए फिर साहिबगंज पहुंची सीबीआइ की टीम

1000 करोड़ के अवैध खनन और मनी लाउंड्रिंग मामले की जांच कर रही सीबीआइ की टीम 108 दिन बाद फिर साहिबगंज पहुंची. सीबीआइ के अधिकारी रविवार शाम ही साहिबगंज पहुंच गये थे. ईडी के गवाह रहे नींबू पहाड़ प्रधान विजय हांसदा की ओर से एसटी-एससी एक्ट के तहत दर्ज कराये गये मामले में जांच के लिए सीबीआइ का यह पांचवां दौरा है. सोमवार अलसुबह सीबीआइ की टीम ने डीएमओ कृष्णा किस्कू के साथ मंडरो अंचल के सिमरिया मौजा की ओर रुख किया. टीम यहां दो घंटे से ज्यादा रुकी. इसके बाद सिमरिया मौजा स्थित एक पत्थर खदान की मापी करायी गयी. इसके लिए अमीन बुलाये गये थे. मापी के दौरान खदान में पानी होने के कारण उसकी गहराई मापने के लिए गोताखोर को बुलाया गया. खदान की लंबाई, चौड़ाई की मापी के बाद गोताखोर के सहारे तालाब की गहरायी की मापी ली गयी. सूत्रों के अनुसार, जिस खदान की मापी की गयी, वह पूरी तरह अवैध थी.

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