झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन के राइफल की कीमत कितनी है?

Hemant Soren Rifle News: झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास एक राइफल भी है. इसकी कीमत कितनी है, जानने के लिए पढ़ें.

By Mithilesh Jha | October 21, 2024 5:48 PM
an image

Hemant Soren Rifle News|Hemant Soren Net Worth|झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राइफल के भी शौकीन हैं. आपको पता है कि उनकी राइफल की कीमत कितनी है? आइए, आज हम आपको बताते हैं कि झारखंड के मुखिया के पास जो राइफल है, उसका मूल्य कितना है.

शपथ पत्र में हेमंत सोरेन ने की चल-अचल संपत्ति की घोषणा

हेमंत सोरेन ने भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) को सौंपे गए अपने शपथ पत्र में यह जानकारी दी है कि उनके पास एक राइफल है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता ने शपथ पत्र देकर अपनी चल-अचल संपत्ति की घोषणा की है. इसी में उन्होंने एक कॉलम में लिखा है कि उनके पास एक राइफल भी है.

हेमंत सोरेन के पास नहीं है सोना-चांदी या कोई आभूषण

हेमंत सोरेन के पास सोना-चांदी या कोई आभूषण नहीं हैं. उनके पास एक करोड़ से अधिक की चल संपत्ति है. उनकी पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन के पास एक करोड़ से कुछ कम की चल संपत्ति है. उनके दोनों बेटों के पास भी लाखों रुपए हैं. हेमंत सोरेन ने एक अचल संपत्ति खरीदी है, जिसका मूल्य उन्होंने 10.58 लाख रुपए बताया है.

कल्पना सोरेन ने अपनी प्रॉपर्टी के विकास पर खर्च किए 1.87 करोड़

उनकी पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन, जो अब गांडेय की विधायक बन चुकीं हैं, उन्होंने भी 22.34 लाख रुपए मूल्य की अचल संपत्ति खरीदी है. इस अचल संपत्ति की खरीद के बाद उसके विकास और निर्माण पर हेमंत सोरेन ने 10.50 लाख रुपए खर्च किए हैं, तो उनकी पत्नी ने अपनी प्रॉपर्टी पर 1.87 करोड़ रुपए खर्च किए हैं.

हेमंत सोरेन के राइफल की कीमत 55 हजार रुपए

हेमंत सोरेन ने वर्ष 2019 में हुए झारखंड विधानसभा चुनाव के दौरान ये जानकारियां चुनाव आयोग को दी थी. इसी में उन्होंने बताया था कि उनके पास एक राइफल है. इस राइफल का मूल्य उस वक्त उन्होंने 55,000 रुपए बताई थी.

झारखंड विधानसभा चुनाव की ताजा खबरें यहां पढ़ें

Also Read

झारखंड में कल जारी होगी दूसरे चरण की अधिसूचना, इन 38 सीटों पर शुरू होगा नामांकन

Jharkhand Elections 2024: मनिका विधानसभा सीट पर 6 बार जीती भाजपा, 52 वर्ष बाद कांग्रेस को मिली जीत

Exit mobile version