रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इडी ऐसे समन भेज रहा है, मानो मैं देश छोड़ कर जा रहा हूं. मुख्यमंत्री इडी कार्यालय जाने के पूर्व अपने आवास में मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने जांच एजेंसियों से लेकर राज्यपाल तक पर केंद्र के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया.
सीएम ने कहा कि सरकार बनने के बाद से ही विपक्ष इसे गिराने के षड्यंत्र में लगा हुआ था. यह साजिश की पनडुब्बी पानी में डूब-डूब कर काम कर रहा था. सीएम ने कहा कि चुनाव आयोग महीनों पहले राज्यपाल को अपना मंतव्य दे चुका है. राज्यपाल ने अभी तक लिफाफा नहीं खोला. मुझे लगता है कि वह भी किसी समय का इंतजार कर रहे थे. खबरों में चला कि राज्यपाल ने दूसरा मंतव्य चुनाव आयोग से मांगा है. यह बिल्कुल असंवैधानिक था. जब इसकी जानकारी चुनाव आयोग से ली, तब पता चला कि राज्यपाल ने कोई दूसरा मंतव्य नहीं मांगा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल राज्य में एटम बम फोड़ने की बात करते हैं. उनका बयान आता है और इडी का समन चालू हो जाता है. उसके बाद धड़ाधड़ सत्ता पक्ष के विधायकों पर छापामारी होती है. कभी इनकम टैक्स की, तो कभी ईडी की. यह बड़ा दुर्भाग्य है. मुझे अभी खबर आ रही है कि और भी सत्ताधारी विधायकों पर छापा मारने की तैयारी चल रही है. कहीं ना कहीं राज्यपाल भी षड्यंत्रकारी राजनीति और दलों को संरक्षण दे रहे हैं.
मेरे ऊपर लगा आरोप निराधार होता है. हमारी सरकार के कार्यकाल में रेवेन्यू में जबरदस्त बढ़ोतरी होती है. हमारी सरकार राज्य के संसाधन को बढ़ा रही है. समग्र विकास की लंबी लकीर खींची जा रही है. ऐसे में कहीं ना कहीं सरकार की छवि और सरकार के ऊपर राज्य के जनमानस का विश्वास बढ़ा है. इससे साफ हो चुका है कि विपक्षी दल अब राजनीतिक हाशिए पर जा चुके है.
सीएम ने कहा कि वह इडी से पूछेंगे कि आखिर यह कार्रवाई करने के पीछे की वजह क्या है. आज गिट्टी, बालू, पत्थर, चिप्स देश की सबसे बड़ी रेवेन्यू व्यवस्था है, तो भारत सरकार इसे मेजर मिनरल्स में शामिल कर ले. कोयला, लोहा को सरकार के माइनर मिनरल्स में शामिल कर दे. मैं आश्चर्यचकित हूं कि इतने बड़े आरोप इतने हल्के में मुख्यमंत्री के ऊपर कैसे लगाये जा सकते हैं. सीएम प्रेस कांफ्रेंस में अपने सहयोगी मंत्री मिथिलेश ठाकुर, चंपई सोरेन, जगरनाथ महतो, विधायक इरफान अंसारी, सविता महतो,अनूप सिंह, सांसद विजय हांसदा व अन्य भी उपस्थित थे.