वर्ष 2024 के चुनाव की बात आयेगी तो झारखंड में हम इतने कमजोर नहीं है कि यहां एनडीए का सपना पूरा सके. पूरी मुस्तैदी से हम चुनाव लड़ेंगे. हेमंत सरकार भी पांच वर्षों का कार्यकाल पूरी करेगी. वहीं उन्होंने कहा कि देश में एकजुटता के लिए गठबंधन को लंबी छलांग लगानी है, तो दो कदम पीछे हटना ही होगा. देश में विपक्ष को एकजुट होना ही चाहिए. उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक निजी चैनल के कार्यक्रम में कही.
एक सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि संघीय ढांचा एक कहावत भर रह गया है. जीएसटी लगा कर राज्य सरकारों के हाथ-पैर बांध दिये गये हैं. राज्य अपना रिसोर्स जेनरेट नहीं कर पा रहे हैं. झारखंड को प्रतिवर्ष पांच हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. जहां तक केंद्रीय योजनाओं की बात है, तो केंद्र योजना थोप देती है. अब गुजरात का मॉडल झारखंड में कैसे चलेगा. दोनों राज्यों की परिस्थितियां अलग-अलग है. जीएसटी कौंसिल की बैठक में भी वे अपने मन मुताबिक फैसला लेते हैं. संघवाद की परिभाषा अलग होती जा रही है. वे न तो काम करने देते हैं और न ही काम करते हैं.
सीएम ने कहा कि काम करने के लिए लोग दूसरे राज्य या दूसरे देश जाते ही रहते हैं. पलायन कोई बीमारी नहीं है. मनुष्य गतिशील होता है. गतिशील होने से ही आर्थिक गतिविधि बढ़ती है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने कार्य योजनाएं सिर्फ कागजों पर ही बनायी, परंतु हमारी सरकार ने योजनाओं को कागज के साथ-साथ धरातल पर जाकर उतारने का काम कर दिखाया है. सरकार गठन के बाद से ही हमने बेसिक रूट को मजबूत करने की कवायद तेज कर दी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी कई उल्लेखनीय काम किया हैं. बूढ़ा पहाड़ को नक्सल मुक्त कराया गया है. मौके पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर, सत्यानंद भोक्ता, सांसद महुआ माजी, विधायक सरफराज अहमद, दीपिका पांडे सिंह, विनोद सिंह, अनूप सिंह, शिल्पी नेता तिर्की सहित अन्य मौजूद रहे.
राहुल गांधी द्वारा विदेश दिये गये भाषण के सवाल पर सीएम ने कहा कि देश को राहुल गांधी नहीं, बल्कि वे (भाजपा) ही हल्ला-हंगामा कर बदनाम कर रहे हैं. आज पूरी दुनिया एक है. कोई यहां बोले या कहीं और बोले. बातें सब तक पहुंच ही जाती है. लेकिन केंद्र सरकार पर जो सवाल उठा रहा है हिंडनबर्ग को लेकर वे भले ही पर्दा डाल दें, पर उन्हें अंदर से कितनी तकलीफ हो रही है. यह वो लोग ही जानते होंगे.