CM हेमंत बोले- हमारे खनिज से दूसरे राज्य समृद्ध, हम अंधेरे में, आगे नहीं बढ़ पाने के लिए इसे बताया बड़ा कारण
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हमने नीति बनायी कि 75 प्रतिशत स्थानीय को ही निजी क्षेत्रों में रोजगार मिले. इस नीति के कारण पिछले डेढ़ वर्षो में झारखंड के 50 हजार से अधिक युवक-युवतियों को निजी क्षेत्र में नौकरी मिली है.
रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने टाना भगत इंडोर स्टेडियम (खेलगांव, रांची) में आयोजित रोजगार मेला में 2500 युवाओं को ऑफर लेटर सौंपा. इन युवाओं की अरविंद टेक्सटाइल, किशोर एक्सपोर्ट, श्री गणपति क्रिएशन, अर्बन डिजाइन प्राइवेट लिमिटेड, मैट्रिक्स क्लोथिंग, वेलेंसिया अपैरल्स एवं ओरिएंट क्राफ्ट टेक्सटाइल कंपनियों में नियुक्ति हुई है. इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि पिछले 100 वर्ष से भी अधिक समय से झारखंड में खनिज-संपदा निकाले जा रहे, परंतु यहां की खनिज-संपदा का पूरा लाभ राज्यवासियों को नहीं मिला बल्कि दूसरे प्रदेश के लोगों के घर हमारे खनिज-संपदाओं से रोशन हुए. इस राज्य के कोयला से दूसरे राज्य रोशन हुए और झारखंड अंधेरे में रहने को मजबूर हुआ. उन्होंने कहा कि आखिर हम आगे क्यों बढ़ नहीं पाते, क्योंकि ऊपर में बैठे नीति निर्धारण करनेवाले लोग आदिवासी, दलित या पिछड़े वर्ग के नहीं है.
सीएम हेमंत ने कहा कि हमने नीति बनायी कि 75 प्रतिशत स्थानीय को ही निजी क्षेत्रों में रोजगार मिले. इस नीति के कारण पिछले डेढ़ वर्षो में झारखंड के 50 हजार से अधिक युवक-युवतियों को निजी क्षेत्र में नौकरी मिली है. उन्होंने कहा कि. गांव-देहात के वैसे बच्चे जो शहर में रहकर पढ़-लिख जाते थे, वे बैंक और रेलवे में नौकरी की तैयारी करते थे. लेकिन गलत नीति-निर्धारण के कारण आज बैंक तथा रेलवे में नौकरियां घटी हैं.
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उत्तराखंड हादसे के मजदूरों को मिली नौकरी
उत्तराखंड टनल हादसे में बचकर आये मजदूर गुणाधर नायक व विलकन होरो को किशोर एक्सपोर्ट में नौकरी दी गयी. दुबई में बंधक बनाये गये मजदूर मो गुलजार को ऑफर लेटर सौंपा गया.