हर झारखंडी के लौटने तक चैन से नहीं बैठ सकता, बोले झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन

अब तक छह लाख 85 हजार 147 प्रवासी झारखंडियों ने घर लौटने का रजिस्ट्रेशन कराया है. ये सभी प्रवासी महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु और दिल्ली समेत अन्य राज्यों में फंसे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को उक्त आंकड़ा जारी करते हुए कहा है कि आपकी सरकार अन्य राज्यों में फंसे हर झारखंडी को घर वापस लाने के लिए कृतसंकल्प है. जब तक सभी न लौट जायें, हम चैन से नहीं बैठ सकते.

By Prabhat Khabar News Desk | May 14, 2020 6:58 AM

रांची : अब तक छह लाख 85 हजार 147 प्रवासी झारखंडियों ने घर लौटने का रजिस्ट्रेशन कराया है. ये सभी प्रवासी महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु और दिल्ली समेत अन्य राज्यों में फंसे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को उक्त आंकड़ा जारी करते हुए कहा है कि आपकी सरकार अन्य राज्यों में फंसे हर झारखंडी को घर वापस लाने के लिए कृतसंकल्प है. जब तक सभी न लौट जायें, हम चैन से नहीं बैठ सकते.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार रेलवे और केंद्र सरकार के साथ सामंजस्य बैठा कर घर लौटने के हर इच्छुक झारखंडी को क्रमबद्ध तरीके से जल्द से जल्द लाने का प्रयास कर रही है. सीएम ने विपक्ष के साथियों से भी आग्रह किया कि वे केंद्र सरकार से आग्रह और पत्राचार करें, ताकि झारखंड के लिए ज्यादा से ज्यादा ट्रेन चले. राज्य सरकार सभी श्रमिक बंधुओं का किराया वहन कर रही है और आगे भी करेगी. इधर, मुख्यमंत्री ने बुधवार को कंट्रोल रूम से प्रवासी झारखंडियों की बाबत जानकारी ली. उन्होंने मुख्य सचिव से भी बात कर प्रवासियों की वापसी में तेजी लाने का निर्देश दिया. केंद्र सरकार से अतिरिक्त श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए एक पत्र भी भेजने का निर्देश दिया है.

पैदल चल पड़ने पर चिंता

मुख्यमंत्री ने इस बात पर चिंता जतायी कि मजदूर पैदल ही चल पड़े हैं. कुछ लोग ऑटो से भी चल पड़े. गिरिडीह का रहनेवाला सुनील मुंबई से ऑटो से ही चल पड़ा. नागपुर में किसी ट्रक ने ऑटो में टक्कर मार दी, जिससे सुनील घायल होकर अस्पताल में है. मुख्यमंत्री ने इस पर दुख भी जताया. उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि संबंधित राज्य के को-ऑर्डिनेटर से बात कर तत्काल सुनील और उसके साथियों के इलाज की व्यवस्था करायें.

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