मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इडी ने अवैध खनन मामले में गुरुवार को पूछताछ के लिए समन जारी किया था. दोपहर 3:30 बजे सीएमओ से एक कर्मी इडी कार्यालय पहुंचा और अधिकारियों को बंद लिफाफा सौंप थोड़ी देर में निकल गया. बाहर निकलने पर जब मीडिया ने उस व्यक्ति से पूछा कि आप क्यों इडी कार्यालय गये थे. इस पर उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से आये हैं. लिफाफा के अंदर पत्र था. उस पत्र में क्या लिखा है, इसकी जानकारी मुझे नहीं है.
वहीं, रायपुर में आयोजित आदिवासी नृत्य महोत्सव में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफिला शाम 4:12 बजे इडी कार्यालय के सामने से एयरपोर्ट के लिए निकला. बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से रायपुर के लिए चार्टर्ड विमान ने शाम 4:30 बजे उड़ान भरी. इससे पहले सिटी एसपी अंशुमान कुमार दोपहर 1:30 बजे इडी कार्यालय पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. इडी ऑफिस की कड़ी सुरक्षा की गयी थी.
तीन हफ्ते का समय लेने के लिए सीएम का पत्र मिलने के बाद इडी के अधिकारी उस पर विचार कर रहे हैं. संभावना है कि इडी इस पर शुक्रवार को फैसला लेगा कि उन्हें कितने दिनों का समय दिया जाये. इडी ने अवैध खनन मामले में पूछताछ के लिए श्री सोरेन को समन जारी किया है. उन्हें पूछताछ के लिए तीन नवंबर को रांची स्थित कार्यालय में हाजिर होने को कहा गया था. लेकिन अपनी व्यस्तता की वजह से मुख्यमंत्री ने इसके लिए समय मांगा है. उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से समय मांगा है. उल्लेखनीय है कि इडी ने साहिबगंज जिले में हुए अवैध खनन से जुड़े मामले में मनी लाउंड्रिंग के पहलुओं की जांच शुरू की है.
आदिवासी नृत्य महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने रायपुर पहुंचे सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हमलोग चोर, उचक्के या हत्यारे नहीं हैं. कल नोटिस दिया और बुला लिया. क्या हमारी व्यवस्था नहीं है. उन्होंने कहा कि तीन नवंबर को मुझे रायपुर आना था. यह पहले ही तय हो चुका था. 15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस समारोह में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रांची आ रही हैं. ऐसे में व्यावहारिक कदम उठाया जाना चाहिए. अगर इतना ही संगीन गुनाह है, तो समन क्यों? सीधे गिरफ्तार कर लेना चाहिए. राज्य में जब भी उत्साह का माहौल रहता है, तो इस तरह का समन देकर योजनाबद्ध तरीके से विपक्ष षडयंत्र रचता है.