Hemant Soren News : झारखंड में सड़क सुरक्षा परिषद के चिंताजनक आंकड़ों पर सीएम हेमंत ने जताई चिंता, लोगों से की ये अपील
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे सड़क हादसों को रोकने में मददगार बनें और गति सीमा पर विशेष ध्यान दें. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद पहुंचाने में ‘नेक नागरिक’ नीति कारगर होगी. सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों की सहायता के लिए नेक नागरिक वॉलेंटियर्स टीम का गठन किया जायेगा. नेक नागरिक स्वयं सहायता समूह बनाकर प्रोत्साहन राशि भी उपलब्ध करायी जायेगी.
रांची : राज्य सड़क सुरक्षा परिषद द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, झारखंड में सड़क दुर्घटना में रोजाना औसतन 10 लोगों की जान चली जाती है. सड़क हादसों में जान गंवानेवालों में 10% पैदल चलनेवाले और 07% साइकिल सवार होते हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन अांकड़ों पर चिंता जतायी है. उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में युवा (18 से 35 वर्ष के बीच) जान गंवा रहे हैं. यह चिंता का विषय है. हमें इस पर ध्यान केंद्रित करना होगा और इसका समाधान ढूंढ़ना होगा. ओवर स्पीड पर विराम लगाना जरूरी है.
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे सड़क हादसों को रोकने में मददगार बनें और गति सीमा पर विशेष ध्यान दें. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की मदद पहुंचाने में ‘नेक नागरिक’ नीति कारगर होगी. सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों की सहायता के लिए नेक नागरिक वॉलेंटियर्स टीम का गठन किया जायेगा. नेक नागरिक स्वयं सहायता समूह बनाकर प्रोत्साहन राशि भी उपलब्ध करायी जायेगी.
सड़क सुरक्षा पाठ्यक्रम में होगा शामिल
सड़क सुरक्षा विषय को छठी, सातवीं और आठवीं के पाठ्यक्रम में अनिवार्य रूप से शामिल करने पर सरकार विचार कर रही है. साथ ही, मध्य विद्यालयों, उच्च तकनीकी शिक्षण संस्थानों एवं उच्च विद्यालयों में एक सड़क सुरक्षा नोडल शिक्षक की प्रतिनियुक्ति करने की योजना है.
लोगों को सड़क दुर्घटना से बचाने एवं जागरूकता के लिए16913 साइन बोर्ड, 4271 गति सीमा एवं 75996 सूचनाओं से संबंधित साइनऐज लगाया जा चुका है. एनएच, राज्य पथ और जिलों की सड़कों से मिलनेवाले जंक्शन पर 188 पीला ब्लिंकर स्टैंड लगाये जा चुके हैं. 260 जगहों पर पीला ब्लिंकर स्टैंड लगाने की प्रक्रिया जारी है.
प्रत्येक जिले में एक ट्रॉमा सेंटर होगा
झारखंड के सभी जिलों में कम से कम एक ट्रॉमा सेंटर के निर्माण पर सरकार विचार कर रही है. वर्तमान में रिम्स रांची में लेवल-1 का, हजारीबाग गढ़वा का नगर उंटारी, पूर्वी सिंहभूम स्थित बहरागोड़ा और एसडीएच बरही में लेवल तीन का ट्रॉमा सेंटर कार्य कर रहा है, जबकि लेबल तीन के ट्रॉमा सेंटर कोडरमा, लोहरदगा स्थित कुडू, एसडीएच घाटशिला में निर्माणाधीन है.
इंफोर्समेंट टीम की तैनाती भी
यातायात के दबाव वाले जिलों रांची, जमशेदपुर, सरायकेला, हजारीबाग, रामगढ़, गिरिडीह, धनबाद, बोकारो और देवघर में 88 हाइवे पेट्रोल्स और 168 पीसीआर वैन की तैनाती की गयी है. ताकि किसी तरह का हादसा होने पर इंफोर्समेंट टीम मदद करे.
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ओवरस्पीड बन रही मौत की बड़ी वजह, मुख्यमंत्री ने लोगों से की अपील, हादसे रोकने में मददगार बनें
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सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों की मदद के लिए गठित की जायेगी ‘नेक नागरिक वाॅलेंटियर्स टीम’
चिंताजनक आंकड़े
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4377 सड़क दुर्घटनाएं हुई राज्य में वर्ष 2020 में
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3303 लोग घायल हुए इन सड़क हादसों में
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3044 लोगों की मौत हो गयी सड़क हादसों में
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92% हादसे ओवर स्पीड से
हादसों की वजह प्रतिशत
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ओवर स्पीड के कारण 92%
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नशे में गाड़ी चलाने से 02%
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गलत दिशा में वाहन चलाने से 04%
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ड्राइविंग के समय मोबाइल उपयोग से 01%
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लाल बत्ती क्रॉस करने के दौरान 01%
Posted By : Sameer Oraon