रांची. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार की शाम सीएम आवास में आयोजित प्रेस काॅन्फ्रेंस में कहा कि झारखंड में बंटेंगे-कटेंगे की राजनीति नहीं चलेगी. यहां न लोग बंटेंगे और न ही कटेंगे. पर राजनीतिक रूप से विरोधी चुनाव के माध्यम से कूटे जरूर जायेंगे. सीएम ने कहा कि वर्ष 2019 के चुनाव से यह चुनाव अलग है. विपक्ष अपने आप को मजबूत कहता है, तो सत्ता पक्ष कमजोर है क्या. हम काफी मजबूती के साथ उनको चुनौती देने के लिए तैयार हैं. सीएम ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हमने बेहतर प्रदर्शन किया. इंतजार कीजिये, इस चुनाव में 2019 से भी बेहतर प्रदर्शन होगा.
खनिज क्षेत्र के लिए विशेष कार्य योजना लायेंगे
सीएम ने कहा कि चुनाव के बाद नयी सरकार में खनिज क्षेत्र के लिए विशेष कार्ययोजना लायेंगे. विस्थापन आयोग की नियमावली बना चुके हैं. सरकार बनते ही इसे आगे बढ़ाया जायेगा. इसकी भूमिका अहम होगी. पूर्व के नीति निर्धारकों ने इस मुद्दे पर गंभीरता नहीं दिखायी. किसान के लिए भी दिशा निर्धारण करेंगे.
1932 के साथ चलने के लिए राज्य तैयार है
सीएम ने कहा कि 1932 का खतियान राज्य की भावना है. इसके अनुरूप ही सरकार चलेगी. सर्वसम्मति बनाने का पूरा प्रयास होगा. वहीं, चंपाई के विपक्ष में जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वे चले गये हैं या ले जाये गये हैं. किस संदर्भ में आप लेना चाहते हैं. देख सकते हैं.
नौकरी में सीबीआइ की जांच किसके शासनकाल में शुरू हुई
नौकरी के सवाल पर सीएम ने कहा कि हमारे शासनकाल में जेपीएसससी की नियमावली बनी. पर जो लोग कहते हैं कि नौकरी में गड़बड़ी है, तो जेपीएससी में सीबीआइ की जांच धूल फांक रही है. ये नियुक्ति किसके शासनकाल में हुई थी. विपक्ष जवाब देगा क्या. हमने जेपीएससी में रिकाॅर्ड समय के पहले नियुक्ति की. आज फौज, रेलवे और बैंक में नियुक्ति बंद है, तो दोषी कौन है. हमने तो राज्य में कई नियुक्तियां की. आगे भी वादा के अनुरूप 10 लाख को नौकरी व रोजगार जरूर देंगे. 23 नवंबर के बाद देखिये कि कितनी नौकरियां मिलती हैं.
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे
वृद्धा पेंशन बढ़ाये जाने के मुद्दे पर सीएम ने कहा कि केंद्र सरकार हमारा बकाया 1.36 लाख करोड़ रुपये दे दे तो कितना हजार करोड़ रुपये जायेगा, गिन नहीं सकते. योजना भी देंगे. हम गरीब और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे.
हमने ऐसी लकीर खींची है, जिसे पार करना मुश्किल
सीएम ने कहा कि पांच साल के शासनकाल में उन्होंने ऐसी लकीर खींची है, जिसे पार करना मुश्किल है. विपक्ष के लिए यह एक बड़ी दीवार की तरह खड़ी है. ये लोग लोकसभा चुनाव में 400 पार का हल्ला किये, तो मुश्किल से सीट मिली. ये हल्ला ज्यादा करते हैं. इन्हें यहां भी पता चल जायेगा कि क्या होगा.
कल्पना का भविष्य जनता ही तय करेगी
उनकी पत्नी कल्पना सोरेन के राजनीति में आने पर सीएम ने कहा कि उन्हें मैंने नहीं लाया है. राज्य की जनता ने राजनीति में जन्म दिया है और जतना ही उनका भविष्य तय करेगी. सीएम ने कहा कि ममता बनर्जी से निरंतर बात हो रही है. उनसे सहयोग भी मांगा है और उन्होंने पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है. जब उनकी जरूरत महसूस होगी, तो उन्हें यहां बुलाया जायेगा.
विपक्ष के सवालों का जवाब देने का ठेका नहीं ले रखा है
घुसपैठियों के मुद्दे पर बीजेपी के सवालों के बारे में सीएम हेमंत ने कहा कि सभी सवालों का जवाब देना मैं जरूरी नहीं समझता हूं. मैंने ठेका नहीं ले रखा है कि उनके हर सवाल का जवाब दिया जाये. भाजपा पर तंज करते हुए कहा कि ये लोग बौद्धिक हैं. लेकिन मेरे लिए गरीब गुरबा का मुद्दा अभी ज्यादा जरूरी है.
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