रांची : नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने नामकुम में नौ गांजा तस्करों को 225 किलो गांजा (लगभग 25 लाख रुपये का) के साथ गिरफ्तार किया था़ साथ ही मालवाहक पिकअप वैन जब्त किया गया था़ शनिवार को सभी को उसी वैन में जानवरों की तरह लाद कर सिविल कोर्ट लाया गया.
और ताे और उनकी निगरानी में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पदाधिकारी भी उसी वैन में थे़ इतना ही नहीं हथकड़ी कम पड़ने पर प्लास्टिक की रस्सी से उन्हें बांधा गया था़ कोराेना काल में नियमों की धज्जियां उड़ायी गयी़ं सभी आरोपी पास-पास बैठे हुए थे. सोशल डिस्टैंसिंग का भी पालन नहीं किया गया था.
आरोपियों की कौन कहे ब्यूरो के पदाधिकारी भी अपनी सेहत के प्रति लापरवाह दिखे़ ये हाल तब है जब अपराधी भी कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं. ऐसे में यह लापरवाही भयावह हो सकती है़ कोर्ट में उपस्थित लोगाें का कहना था कि क्या नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पास अपना कोई वाहन नहीं है जिससे आरोपियों को कोर्ट लाया जा सके़ यदि ऐसा है तो मादक पदार्थों की तस्करी की सूचना मिलने पर ब्यूरो के अधिकारी छापामारी कैसे करते है़ं
चार राज्यों से जुड़े हैं तार : गौरतलब है कि 225 किलो गांजा के साथ नौ आरोपियों को 15 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था. वैन में सब्जी की बोरियों के बीच में ओड़िशा से गांजा की सप्लाई की जाती थी. सप्लायरों का तार झारखंड, बिहार, बंगाल और ओड़िशा से जुड़ा है़ गिरफ्तार आरोपियों में चुटिया थाना क्षेत्र के विवेक कुमार व बंटी कुमार साहू, लोहरदगा जिले के सेनहा थाना क्षेत्र के शशिकांत महतो, सुमित कुमार महतो व शोहराब अंसारी, चतरा जिला के चतरा हपुआ थाना क्षेत्र का नितेश कुमार, बिहार के सारण जिले के सोनापुर थाना क्षेत्र का मुन्ना राय, रमण कुमार व मुजफ्फरपुर जिले का पारु निवासी मो जमरुद्दीन शामिल है़ं कार्रवाई के समय दो एसयूवी भी जब्त किये गये थे.