रांची. राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के लिए गठित झारखंड स्टेट हायर एजुकेशन काउंसिल (जेएसएचइसी) की बैठक पिछले पांच साल से नहीं हो सकी है. काउंसिल में कमेटी के सभी सदस्यों का मनोनयन भी नहीं हो सका है. पिछली बार दिसंबर 2019 में काउंसिल की बैठक हुई थी, जबकि काउंसिल की बैठक नियमित होनी है. इस काउंसिल के कार्यों में राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के लिए केंद्र से अनुदान लेना, सरकारी, निजी विवि व कॉलेजों पर निगरानी रखना, विवि व कॉलेजों को उचित सुझाव व परामर्श देना, योजना तैयार करना तथा योजना के अनुरूप कार्य की निगरानी रखना, नये संस्थान की स्थापना देने की अनुमति देना तथा बदलते परिवेश व क्षेत्र के आधार पर नये सिलेबस में सुधार के लिए सुझाव देना और संस्थानों में पद सृजन की कार्रवाई करना, एमआइएस की सृजन करना आदि शामिल हैं.
वर्तमान में उच्च शिक्षा सचिव हैं अध्यक्ष
जेएसएचइसी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष की नियुक्ति राज्य सरकार करती है. वर्तमान में इसका अध्यक्ष उच्च शिक्षा सचिव को ही बनाया गया है. काउंसिल में राज्यपाल उच्च शिक्षा में ख्याति प्राप्त पांच सदस्यों का मनोनयन करते हैं. सदस्य के लिए विवि के तीन कुलपतियों को तीन वर्ष के लिए रोटेशन के आधार पर मनोनयन किया जाना है. वर्ष 2019 की बैठक में अंतिम बार कुलपति के रूप में बीएयू के कुलपति रहे डॉ आरएस कुरील ही शामिल हुए थे, जबकि सदस्य के रूप में मनोनीत आइआइटी (आइएसएम) धनबाद के डॉ प्रमोद पाठक तथा सीआइआइ के प्रकाश सिंह को बैठक में शामिल होना था, लेकिन नहीं हो सके.
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