मार्च तक शहर के ज्यादातर इलाके में हाइटेंशन तार हो जायेंगे भूमिगत
मार्च तक शहर के ज्यादातर इलाके में हाइटेंशन तार हो जायेंगे भूमिगत
राजधानी में सभी हाइटेंशन तार मार्च तक भूमिगत हो जायेंगे. रांची सर्किल ने केबल कंपनी से सभी छह डिवीजन की कार्य योजना रिपाेर्ट मांगी थी. जिसके बाद इस मामले में नये निर्देश दिये गये हैं. 31 दिसंबर तक 33-11 केवी नामकुम-कुसई फीडर के 20 किलोमीटर और मोरहाबादी पावर सब स्टेशन के 30 किलोमीटर हिस्से को चार्ज कर दिया जायेगा.
राजधानी के अंदर करीब 1350 किलोमीटर हाइटेंशन ओवरहेडेड तारों का जाल बिछा है. इसमें तकरीबन 350 किलोमीटर 33 केवी जबकि शेष 1000 किलोमीटर 11 हजार वोल्ट की तारें हैं. अभी बिरसा चौक, हिनू, एयरपोर्ट, चुटिया प्रगति पथ में तारों को भूमिगत करने का काम किया जा रहा है.
मार्च तक काम पूरा करना है लक्ष्य
राजधानी में अंडरग्राउंड केबलिंग का काम अगस्त 2019 से शुरू किया गया है. पूरे शहर में 260 किलोमीटर हाइटेंशन तारों (इनकमिंग 33 केवी और 11 केवी आउटगोइंग केबल) को अंडरग्राउंड करने की योजना है. मार्च तक काम पूरा करने का लक्ष्य है.
इन इलाकों में चल रहा काम :
33 केवी कांके पीएसएस से कांके जीएसएस (14.3 किलोमीटर) तक का काम 31 जनवरी तक, 33 केवी नामकुम पीएसएस से पॉलिटेक्निक पीएसएस तक (11.2 किलोमीटर) का काम 15 फरवरी तक व 33 केवी कुसई पीएसएस से एयपोर्ट पीएसएस (छह किलोमीटर) तक का काम 31 जनवरी तक पूरा होगा़. 33-11 केवी नामकुम-कुसई फीडर और मोरहाबादी पावर सब स्टेशन को इस महीने चार्ज कर दिया जायेगा
क्या होंगे फायदे
दूर होगी लो वोल्टेज की समस्या
बिजली की चोरी रुकेगी
लाइन लॉस की समस्या खत्म होगी
करंट लगने का खतरा नहीं
आंधी-बारिश में बिजली नहीं कटेगी
Poated by : sameer oraon