रांची : विधानसभा चुनाव से पहले आदिवासियों के बीच पैठ बनाने को लेकर प्रदेश भाजपा रणनीति बनाने में जुट गयी है. इसको लेकर विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी व असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा सरमा ने शनिवार को पार्टी के प्रमुख जनजाति नेताओं से मुलाकात कर उनका फीड बैक लिया. इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व सांसद गीता कोड़ा, पूर्व विधायक सीता सोरेन, भाजपा एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव, पूर्व मंत्री सुदर्शन भगत व पूर्व आइपीएस अरुण उरांव शामिल हैं. श्री सरमा ने इनसे जानना चाहा कि कहां चूक रही कि पार्टी लोकसभा में एसटी सीटों पर पिछड़ गयी.
लोकसभा चुनाव लड़नेवाले प्रत्याशी अर्जुन मुंडा, गीता कोड़ा, सीता सोरेन व समीर उरांव से अलग बात कर इनका अनुभव जाना. साथ ही विधानसभा चुनाव में अनुसूचित जनजाति के आरक्षित सीटों पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सुझाव लिया. पूछा कि किन मुद्दों के साथ पार्टी आदिवासियों के साथ सीधा जुड़ सकती है. नेताओं की ओर से बताया कि आदिवासी समुदाय के कोर इश्यू पर फिर से विचार करने की जरूरत है. केंद्र सरकार की ओर से जनजाति समुदाय के लिए बहुत काम हुए हैं. लेकिन इसके साथ भावनात्मक जुड़ाव जरूरी है.
पिछले लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के लोगों ने रणनीति के तहत गलत नैरेटिव सेट कर आदिवासियों के साथ जुड़ने का काम किया. इन्हें बरगलाया. उन सभी मुद्दों को उठाने का काम किया जो आदिवासी समाज सुनना चाहता है. ऐसे में अब भाजपा को आदिवासियों के कोर इश्यू के साथ जुड़ कर इंडिया गठबंधन के गलत नैरेटिव के बारे में आदिवासी समुदाय को अवगत कराने की जरूरत है. हाल ही संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 14 में से नौ सीटों पर जीत दर्ज की थी. 52 विधानसभा में भाजपा को बढ़त भी मिली, लेकिन राज्य की पांचों अनुसूचित जनजाति रिजर्व सीटों पर उसे हार का सामना करना पड़ा. इसी को ध्यान में रख कर भाजपा के सह प्रभारी हिमंता विश्वा सरमा ने जनजाति नेताओं से मुलाकात कर उनका फीडबैक लिया.
मंत्री के घर से करोड़ों बरामद होते हैं, इससे ज्यादा भ्रष्टाचार का क्या प्रमाण चाहिए : हिमंता
सीता सोरेन से मुलाकात के बाद हिमंता विश्वा सरमा ने कहा कि सवाल उठ रहे हैं कि दुर्गा सोरेन का निधन हुआ था,तो उनका पोस्टमार्टम क्यों नहीं कराया गया. हेमंत सोरेन को जमानत मिलने के सवाल पर श्री सरमा ने कहा कि कब वह जेल के बाहर आते हैं और फिर अंदर जाते हैं. इसका रिकॉर्ड रखना भाजपा का काम नहीं है. झारखंड में मंत्री के पीए घर से करोड़ों रुपये बरामद होते हैं. इससे ज्यादा भ्रष्टाचार का क्या प्रमाण चाहिए.
अमित शाह 20 जुलाई को रांची आयेंगे
रांची. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 20 जुलाई को रांची आयेंगे. श्री शाह भाजपा की ओर से निर्धारित प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होंगे. साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे. प्रदेश भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अगले तीन माह का कार्यक्रम तय किया है.
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