हिन्दी दिवस पर रांची में कवि सम्मेलन, हास्य कवियों ने अपनी रचनाओं से किया लोगों का मनोरंजन

दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडलीय आयुक्त मनोज जायसवाल ने हिन्दी दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दीं. इस अवसर पर उन्होंने हिन्दी भाषा के विशेषताओं पर चर्चा करते हुए कहा कि एक समय था जब लोगों को हिन्दी भाषी होने के कारण रोजगार के अवसर प्राप्त नहीं होते थे. वर्तमान में हिंदी को अलग पहचान मिल रही है.

By Guru Swarup Mishra | September 14, 2023 7:56 PM
an image

रांची: हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी दिवस समारोह सह कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. रांची के विकास भवन सभागार में आयोजित समारोह का विधिवत उद्घाटन दक्षिण छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त मनोज जायसवाल ने किया. दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडलीय आयुक्त मनोज जायसवाल ने हिन्दी दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने हिन्दी भाषा के विशेषताओं पर चर्चा करते हुए कहा कि एक समय था जब लोगों को हिन्दी भाषी होने के कारण रोजगार के अवसर प्राप्त नहीं होते थे, लेकिन वर्तमान में हिंदी भाषा को अपनी अलग पहचान मिल रही है. अब रोजगार भी मिल रहे हैं. विशिष्ट अतिथि उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने हिन्दी भाषा के महत्त्व को लेकर अपने विचार रखते हुए कहा कि हिन्दी भाषा एक मात्र ऐसी भाषा है, जिसमें सभी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए पर्याप्त शब्द और स्वर व व्यंजन मौजूद हैं. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, उपविकास आयुक्त दिनेश यादव, परियोजना निदेशक (जुडको), नगर निगम के प्रशासक समेत कवि एवं साहित्यकार मौजूद थे. कवि सम्मेलन के अवसर पर कवियों ने कविता पाठ किया. हास्य कवियों ने लोगों का मनोरंजन किया.

रोजगार की भाषा है हिन्दी

दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडलीय आयुक्त मनोज जायसवाल ने हिन्दी दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दीं. इस अवसर पर उन्होंने हिन्दी भाषा के विशेषताओं पर चर्चा करते हुए कहा कि एक समय था जब लोगों को हिन्दी भाषी होने के कारण रोजगार के अवसर प्राप्त नहीं होते थे, लेकिन वर्तमान में हिंदी भाषा को अपनी अलग पहचान मिल रही है. अब न केवल विभिन्न संस्थानों में हिन्दी भाषा में विभिन्न विषयों का अध्ययन कराया जाता है, बल्कि लोगों को हिन्दी भाषा के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार भी प्राप्त हो रहे हैं.

Also Read: हिन्दी दिवस: इंटरनेट की दुनिया भी हिन्दी की कायल, घर पर हिन्दी में करें संवाद, बोले ATI के डीजी एल खियांग्ते

भावनाओं को व्यक्त करने के लिए हिन्दी में हैं पर्याप्त शब्द

समारोह के उद्घाटन के बाद दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के राजभाषा विभाग के उपनिदेशक निरंजन कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया. विशिष्ट अतिथि उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने हिन्दी भाषा के महत्त्व को लेकर अपने विचार रखते हुए कहा कि हिन्दी भाषा एक मात्र ऐसी भाषा है, जिसमें सभी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए पर्याप्त शब्द और स्वर व व्यंजन मौजूद हैं.

Also Read: हिन्दी दिवस: हिन्दी के ऐसे शब्द, जिन्हें लिखने में अक्सर कर बैठते हैं गलती, बता रहे हैं डॉ कमल कुमार बोस

हिन्दी भाषा पर बढ़े निर्भरता

उपविकास आयुक्त ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान समय में हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा के मिलेजुले प्रयोग ने हम सभी के जीवन पर प्रभाव डाला है. जिसके कारण हम आज भी स्वतंत्र रूप से हिन्दी को अपना नहीं सके हैं. अंग्रेजी और हिन्दी भाषा दोनों का अपना विशेष महत्त्व है, लेकिन अंग्रेजी भाषा पर अधिक निर्भर रहना हिन्दी भाषा के भविष्य के लिए सही नहीं हैं.

Also Read: हिन्दी दिवस: हिन्दी के छात्रों को कहां-कहां मिल सकती है नौकरी? देश ही नहीं, विदेशों में भी है अच्छी डिमांड

कवियों ने किया मनोरंजन

समारोह में उपस्थित कवि एवं साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं एवं कविताओं के माध्यम से हिन्दी भाषा की विशेषताओं पर प्रकाश डाला. हास्य कवियों द्वारा अपनी कविताओं के माध्यम से लोगों को मनोरंजन किया गया. कवि सम्मलेन में डॉ राजश्री जयन्ती, डॉ सुरिन्दर कौर “नीलम”, डॉ सियाराम झा सरस, सदानन्द सिंह यादव, शालिनी नायक, नरेश कुमार बंका, सरोज झा, चन्द्रिका ठाकुर देशदीप, चन्दन प्रजापति ने कविता पाठ किया.

Also Read: फादर कामिल बुल्के जयंती: रामकथा मर्मज्ञ व हिन्दी के महानायक को रामचरितमानस की कौन सी पंक्ति रांची खींच लायी?

रांची के श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान में भी हिन्दी दिवस

इधर, रांची के श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान में आज गुरुवार को हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन किया गया. कार्मिक, प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग द्वारा इसका आयोजन किया गया था. इस मौके पर एटीआई के महानिदेशक एल खियांग्ते ने कहा कि इंटरनेट की दुनिया भी हिन्दी की कायल है. एल खियांग्ते ने पढ़ाई से लेकर प्रशासनिक सेवा में आने तक हिन्दी भाषा को लेकर अपने अनुभव को साझा किया. उन्होंने कहा कि हिन्दी की आवश्यकता सभी जगह है. इससे बचा नहीं जा सकता. दक्षिण से लेकर उत्तर, पूरब से पश्चिम तक हिन्दी की आवश्यकता महसूस की जा रही है. उन्होंने कहा कि मिज़ोरम जहां से वे आते हैं, वहां भी अब हिन्दी सीखने के लिए स्पोकेन हिन्दी की क्लास चल रही है. उन्होंने लोगों से अपील की कि घर पर संवाद की भाषा हिन्दी ही रखें.

Also Read: रांची: HEC को बचाने के लिए I.N.D.I.A गठबंधन का राजभवन के समक्ष महाधरना, केंद्र की मोदी सरकार पर साधा निशाना

Exit mobile version