Holika Dahan 2024: रांची में होलिका दहन की धूम, रंगों के त्योहार होली को लेकर ऐसी है तैयारी

Holika Dahan 2024: रांची में होलिका दहन की धूम रही. कई जगहों पर लोगों ने होलिका दहन किया. रंगों का त्योहार होली 25 मार्च को है. इसे लेकर तैयारी कर ली गयी है.

By Guru Swarup Mishra | March 24, 2024 8:55 PM
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Holika Dahan 2024: रांची-झारखंड की राजधानी में रविवार को होलिका दहन धूमधाम से मनाया गया. इसके लिए सुबह से ही तैयारी शुरू कर दी गयी थी. कई जगहों पर लकड़ी के ढेर रखे गये थे. दिन में होलिका दहनवाले स्थान की साफ-सफाई कर वहां लकड़ी के ढेर को सजाया गया और रात में पूजा-अर्चना कर इसे प्रज्जवलित किया गया. इसके बाद लोगों ने भगवान से नया साल अच्छे से बीते, इसके लिए कामना कर होलिका में पुआ, पकवान और चना का झंगरी, गेहूं की बाली सहित अन्य कुछ अर्पित कर यह फसल अच्छे से घर आये इसकी कामना की. इसके बाद लोगों ने एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर होली (Holi 2024) की बधाई दी.

होलिका दहन को लेकर बाजारों में हुई खरीदारी
होलिका दहन को लेकर सुबह से ही बाजारों से लोगों ने इसमें डालने वाली सामाग्री की खरीदारी की. कई लोगों ने गोइठे की माला ,फल, फूल सहित अन्य कुछ की खरीदारी की.उसके बाद घरों में आकर पूजा अर्चना की तैयारी की .घरों में पकवान आदि बनाये और शाम में होलिका दहन वाले स्थानों में जाकर पूजा-अर्चना करते हुए पूरे परिवार की मंगलकामना के लिए प्रार्थना की. इससे पूर्व रविवार को दिन में 9.24 बजे के बाद से पूर्णिमा लग गया, जो 25 मार्च को दिन के 11.31 बजे तक रहेगा. इस दिन उदयाकाल में पूर्णिमा मिलने के कारण पूरे दिनभर पूर्णिमा का मान्य रहेगा.

गो कास्ट से होलिका दहन किया गया
रांची में गौशाला न्यास के द्वारा तैयार किये गये गो कास्ट से कई जगहों पर होलिका दहन किया गया. अध्यक्ष पुनीत पोद्दार ने बताया कि चौधरी बागान हरमू रोड, मोराहाबादी दुर्गा मंदिर के पास, अलकापुरी रातू रोड, चांदनी चौक कांके रोड के अलावा कई अन्य जगहों पर इससे होलिका दहन किया गया. इसके लिए न्यास के द्वारा इसे उपलब्ध कराया गया. वहीं बड़कुला की व्यवस्था की गई थी. कई लोग यहां आकर इसे ले गये. यह जानकारी सचिव प्रदीप राजगढ़िया ने दी.

रंगों का त्योहार होली 25 मार्च को
रंगों का त्योहार होली मंगलवार को मनायी जायेगी. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. मंगलवार को प्रात: स्नान ध्यान कर भगवान की पूजा अर्चना कर उन्हें घर में बने विभिन्न पकवान, रंग-अबीर सहित अन्य कुछ अर्पित करने के बाद सबकी मंगलकामना के लिए प्रार्थना कर प्रसाद का वितरण किया जायेगा. इसके बाद से लोग होली खेलना शुरू करेंगे और एक दूसरे के घरों में जाकर रंग लगायेंगे और होली की शुभकामना देकर अपने से बड़ों का आर्शीवाद लेंगे. उधर इसी दिन होलिका के भस्म को भी ग्रहण किया जायेगा.

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