गृह सचिव व डीजीपी ने रामनवमी को लेकर की समीक्षा बैठक, असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखने का दिया निर्देश

15 बिंदुओं की समीक्षा के साथ दिये गये निर्देश, डीजे पर भड़काऊ गाना बजाने वालों और सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने वालों पर होगी कार्रवाई.

By Prabhat Khabar News Desk | April 14, 2024 12:18 AM

रांची. रामनवमी को लेकर गृह विभाग की प्रधान सचिव वंदना डाडेल और डीजीपी अजय कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से शनिवार को प्रोजेक्ट भवन सभागार में सभी जिलों की समीक्षा वीडियो कांफ्रेंसिंग से की. इस दौरान रामनवमी के मद्देनजर सभी जिलों को असामाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखने और उन पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. साथ ही धार्मिक स्थलों के रास्तों की मॉनिटरिंग और जुलूस के भौतिक सत्यापन का निर्देश दिया गया. इस दौरान 15 बिंदुओं पर दिये गये निर्देशों की भी समीक्षा की गयी.

बैठक के दौरान सभी प्रक्षेत्रीय आइजी व रेंज डीआइजी द्वारा रामनवमी के मद्देनजर विधि-व्यवस्था संधारण के लिए बनाये गये रोड मैप की क्षेत्रवार प्रस्तुति की गयी. जिले के सभी वरीय पुलिस अधीक्षकों/पुलिस अधीक्षकों द्वारा धार्मिक स्थलों की मॉनिटरिंग और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर ध्यान देने के लिए की जा रही कार्रवाई की जानकारी दी गयी. सामाजिक समितियों की बैठक कर उनकी छोटी-मोटी कठिनाइयों का निराकरण और अखाड़ा समितियों के साथ बैठक कर जुलूस के मार्गों का सत्यापन करने की बात भी बतायी गयी. वहीं संवेदनशील इलाकों में जुलूस निकालने संबंधी कठिनाइयों का निराकरण, डीजे पर भड़काऊ गाना बजाने वालों पर कार्रवाई का भी ब्योरा दिया गया. सोशल मीडिया व व्हाट्सएप पर विशेष निगरानी रखने व रामनवमी के दौरान माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वालों पर सख्ती से की जाने वाली कार्रवाई की भी जानकारी दी गयी. बैठक में एडीजी अभियान डॉ संजय आनंदराव लाठकर, रांची प्रक्षेत्र आइजी अखिलेश कुमार झा, आइजी अभियान अमोल विणुकांत होमकर मौजूद थे. जबकि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के डीसी-एसपी ने भाग लिया.

इन बिंदुओं पर समीक्षा की गयी

पिछले तीन वर्षों में रामनवमी के दौरान दर्ज कांड और उसके विरुद्ध की गयी कार्रवाई.रामनवमी को लेकर क्या निरोधात्मक कार्रवाई की गयी.

रामनवमी जुलूस को लेकर लाइसेंसी व गैर लाइसेंसी अखाड़ों की संख्या.

जुलूस की तिथि व जुलूस प्रारंभ से समाप्ति तक की अवधि.

जुलूस मार्गों का भौतिक सत्यापन.

जुलूस मार्गों में पड़ने वाले संवेदनशील स्थानों पर की गयी सुरक्षात्मक कार्रवाई.

जुलूस वाले रास्तों में लगातार लाइटिंग/पब्लिक संबोधन सिस्टम की व्यवस्था.

संयुक्त नियंत्रण कक्ष व आपातकालीन योजनाएं.

बलों एवं दंडाधिकारियों की उपलब्धता व प्रतिनियुक्ति.

शांति समिति की बैठक की अद्यतन स्थिति क्या है.

डीजे/अन्य साउंड सिस्टम द्वारा उत्तेजक गानों के प्रयोग पर नियंत्रण.

सुरक्षा बलों के लिए भोजन/आवासन/पानी आदि की व्यवस्था.

जुलूस के दौरान चिकित्सकीय सुविधाएं.

जुलूस का वीडियोग्राफी/ड्रोन द्वारा एरियल सर्विलांस की व्यवस्था.

धार्मिक स्थानों के मॉनिटरिंग की समीक्षा.

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