मारवाड़ी कॉलेज में सम्मान समारोह, रांची विवि के वीसी ने कहा : क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषाओं का संवर्द्धन और संरक्षण जरूरी

ranchi news : जयशंकर प्रसाद विचार मंच और हिंदी विभाग गोस्सनर कॉलेज के तत्वावधान में सम्मान समारोह सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 31, 2025 12:19 AM

रांची. जयशंकर प्रसाद विचार मंच और हिंदी विभाग गोस्सनर कॉलेज के तत्वावधान में सम्मान समारोह सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि रांची विवि के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि हिंदी के साथ ही उसकी क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषाओं का संवर्द्धन और संरक्षण जरूरी है. आज कई भाषाएं विलुप्त होने के कगार पर हैं. नयी पीढ़ी ग्रामीण जगत की आम बोलचाल की शब्दावली से पूरी तरह अपरिचित है. इस अवसर पर पद्मश्री मुकुंद नायक, पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख, महावीर नायक, डॉ फनी मोहंती, यामिनी कांत दास ने भी अपने विचार रखे.

साहित्यकारों व कलाप्रेमियों को किया गया सम्मानित

इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा देनेवाले साहित्यकारों और संस्कृति कर्मियों को जयशंकर प्रसाद विचार मंच द्वारा महाकवि जयशंकर प्रसाद स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया. हिंदी साहित्य में विशिष्ट सेवा के लिए डॉ मंजू ज्योत्सना हंस, जमशेदपुर की वरिष्ठ साहित्यकार पद्मा मिश्रा और डॉ अनीता कुमारी को सम्मानित किया गया. क्षेत्रीय भाषा में उत्कृष्ट सेवा के लिए चंद्रदेव सिंह (नागपुरी), मानसिंह महतो (कुरमाली), महेंद्र नाथ गोस्वामी (खोरठा), डॉ पराग किशोर सिंह (पंचपरगनिया) और कला संस्कृति के क्षेत्र में क्षितिज कुमार राय और मनोज कपरदार को सम्मानित किया गया. वहीं साहित्य, संस्कृति,लोक कला और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करनेवाले 10 प्रतिभाशाली लोगों को मंच की ओर से विशिष्ट अलंकरण सम्मान से भी सम्मानित किया गया. इसमें वरिष्ठ पत्रकार सुनील बादल, गोस्सनर कॉलेज की हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो आशा रानी केरकेट्टा, संघ मित्रा रायगुरु, रंजना वर्मा उन्मुक्त, डॉ संजय कुमार, डॉ श्रवण कुमार सिंह, डॉ प्रियंका शर्मा, डॉ शिवानंद कुमार, डॉ सौम्या राज और लोक गायक दयामय पांडेय प्रमुख हैं.

दो पुस्तकों का हुआ लोकार्पण

कार्यक्रम में कवयित्री संघमित्रा रायगुरु का काव्य संग्रह साड़ी की उम्र और डॉ प्रियंका शर्मा की नाट्य पुस्तक चंद्रगुप्त से युवराज समुद्रगुप्त का लोकार्पण किया गया. कृतियों पर चर्चा डॉ अनीता कुमारी ने की. इस दौरान कवि सम्मेलन में नरेश बंका, कुमार नंदजी, मधुमिता साहा और देवघर की इंदू बाला, डॉ स्मिता ने अपनी कविताओं से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.

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